वडोदरा : पतंग की डोर से घायल हुए 458 पक्षियों का इलाज कर जान बचाई गई
पशुपालन, वन विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर 11 उपचार केन्द्र एवं 58 बचाव केन्द्र स्थापित किये गये
उत्तरायण के दौरान वडोदरा शहर जिले में अनेक अबोल पक्षी पतंग-रस्सी से घायल हो जाते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, हर साल की तरह इस साल भी राज्य पशुपालन विभाग और ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विस का 1962 एम्बुलेंस वैन तथा मोबाइल पशु दवाखाना द्वारा करुणा अभियान के तहत निःशुल्क घायल पक्षियों का इलाज किया। इस अभियान के तहत, वडोदरा शहर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में अबोल पक्षियों के जीवन को बचाने के लिए राज्य के पशुपालन, वन विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर 11 उपचार केंद्र और 58 बचाव केंद्र स्थापित किए गए थे।
भूतडी झापा स्थित उपचार केंद्र के डॉ. विमल पटेल ने कहा कि उत्तरायण के दिन वडोदरा शहर जिले में पतंग की डोर से घायल हुए 458 पक्षियों का इलाज विविध केंद्रों में किया गया। डॉ. पटेल ने कहा कि घायल पक्षियों के इलाज के लिए पशु चिकित्सा महाविद्यालय के 15 इंटर्नशिप डॉक्टरों सहित 21 पशु चिकित्सकों को तैनात किया गया था। उत्तरायण के अवसर पर कई पक्षी नुकीली रस्सी के कारण घायल हो जाते हैं, विशेषकर कबूतर, उल्लू और समदी जैसे पक्षियों की संख्या अधिक है।
जिले के उपचार केंद्रों में विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों द्वारा 393 कबूतर, 5 बड़े सफेद बगुले, 4 तोते, 5 कॉकटू, 12 कॉकणसार, 3 उल्लू, 7 कौवे, 3 सफेद कबूतर, 3 सफेद कबूतर और 14 अन्य घायल पक्षियों सहित कुल 458 पक्षियों का इलाज कर जान बचाई गई।