प्रधानमंत्री ने सहकारिता क्षेत्र में रिफॉर्म-परफॉर्म-ट्रांसफॉर्म का नूतन दृष्टिकोण अपनाया: भूपेन्द्र पटेल
बनासकांठा के दियोदर से सहकारी क्षेत्र की विभिन्न परियोजनाओं का मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण-शिलान्यास
गांधीनगर, 15 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सहकारिता क्षेत्र को सशक्त, सक्षम व स्वावलंबी बनाने के लिए दी गई ‘सहकार से समृद्धि’ की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य के साथ सोमवार को बनासकांठा जिले के दियोदर में पशुपालकों तथा किसानों के कल्याणार्थ शुरू किए गए प्रोजेक्ट तथा सहकारी संस्थाओं की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया।
पटेल ने भिलडी में 324.77 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले बनास बोवाइन एंड ब्रिड रिसर्च सेंटर (बीबीबीआरसी) का शिलान्यास और बादरपुरा में 45 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित दैनिक 50 मीट्रिक टन क्षमता के नवनिर्मित अल्ट्रा मॉडर्न आटा प्लांट तथा पालनपुर में 10 हजार किलोग्राम प्रति घण्टा की क्षमता वाले नवनिर्मित बनास व्हे प्रोटीन अल्ट्रा फिल्टरेशन प्लांट का लोकार्पण किया। उन्होंने पालनपुर में निर्मित होने वाले बनास बैंक न्यू ऑडिटोरियम हॉल तथा किसान ट्रेनिंग सेंटर का ई-शिलान्यास एवं बनास डेयरी के संजीवनी खाद प्रोडक्ट, बनास ऑर्गेनिक खाद प्रयोगशाला तथा अमूल ऑर्गेनिक प्रोडक्ट सहित बनास बैंक माइक्रो एटीएम, किसान क्रेडिट कार्ड, द गुजरात स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड-बनासकांठा तथा पंचमहाल जिले के पायलट प्रोजेक्ट का शुभारंभ कराया।
इसके साथ, मुख्यमंत्री ने महिला पशुपालकों को रुपे किसान क्रेडिट कार्ड का वितरण भी किया। पटेल ने कहा कि सहकारिता क्षेत्र ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुगठित करने का उत्तम मार्ग है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सहकारिता क्षेत्र को उसके परंपरागत व्यवसाय से आगे ले जाने के लिए रिफॉर्म, परफॉर्म तथा ट्रांसफॉर्म का नूतन दृष्टिकोण अपनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारी मंडलियों (प्राइमरी एग्रीकल्चरल क्रेडिट सोसाइटी यानी पैक्स) द्वारा जन-जन तक विभिन्न सेवाओं के लाभ पहुंचाने के प्रधानमंत्री मोदी के विचार को मूर्तरूप देने का कार्य होने से अनेक लोगों को लाभ हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बनासकांठा व पंचमहाल जिलों में पैक्स तथा बैंक मित्र की सेवा का लाभ देने की शुरुआत हुई है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आगामी समय में पैक्स-सहकारी मंडलियां सरकारी कार्यालय बनेंगी, जो समग्र देश के सहकारिता क्षेत्र में नई क्रांति लाएंगी।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष एवं बनास डेयरी के अध्यक्ष शंकरभाई चौधरी ने कहा कि आज पशुपालकों को उनके उत्पादों के अधिक ऊंचे दाम मिल रहे हैं, जिसका श्रेय मुख्यमंत्री को जाता है। मुख्यमंत्री द्वारा दूध के पाउडर में दी गई सब्सिडी से गुजरात की सभी डेयरियों का अर्थिक बोझ कम हुआ है। आज क्रेडिट कार्ड से बिना ब्याज 50 हजार रुपये पशुपालकों को मिलेंगे, जो बनास के पशुपालकों के लिए विशेष उपहार है तथा जिसकी गारंटी हमारी बनास डेयरी है। केन्द्र व राज्य सरकार के सहयोग से भिलडी में पशु संवर्धन के लिए केन्द्र शुरू किया गया है, जिसमें हमारी देसी गाय का संवर्धन होने से देसी गाय भी 25 लीटर से अधिक दूध देने लगेगी तथा इससे दुग्ध क्षेत्र में बड़ी क्रांति आएगी।
उद्योग मंत्री बलवंतसिंह राजपूत, सहकारिता राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा, गुजरात स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष अजयभाई पटेल ने भी सभा को संबोधित किया।