उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण से कई देशों की नींद उड़ी
इस परीक्षण पर दक्षिण कोरिया ने सोमवार को बड़ा दावा किया
प्योंगयांग, 15 जनवरी (हि.स.)। उत्तर कोरिया के हाइपरसोनिक वारहेड युक्त मध्यवर्ती दूरी की ठोस-ईंधन बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण ने कई देशों की नींद उड़ा दी है। इस पर उत्तर कोरिया की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने कहा कि रविवार दोपहर हुए इस प्रक्षेपण का उद्देश्य मिसाइल के ठोस-ईंधन इंजन की विश्वसनीयता और हाइपरसोनिक वारहेड की गतिशील उड़ान क्षमताओं की पुष्टि करना था। यह परीक्षण सफल रहा।
केसीएनए के अनुसार, इस परीक्षण से किसी भी पड़ोसी देश की सुरक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा और इसका क्षेत्रीय स्थिति से कोई लेना-देना नहीं है। यह परीक्षण रक्षा विज्ञान संस्थानों की शक्तिशाली हथियार प्रणालियों को विकसित करने की नियमित गतिविधियों का एक हिस्सा है। इस परीक्षण पर दक्षिण कोरिया ने सोमवार को बड़ा दावा किया। जापान टुडे की रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण कोरिया ने कहा है कि यह मिसाइल दूरस्थ अमेरिकी लक्ष्यों पर हमला करने के लिए डिजाइन की गई है। इससे गुआम और जापान में स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डों को लक्षित किया जा सकता है।
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने कहा कि उत्तर कोरिया की इस मिसाइल ने कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के बीच पानी में उतरने से पहले लगभग 1,000 किलोमीटर (620 मील) की उड़ान भरी। रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर कोरिया 2021 से हाइपरसोनिक हथियारों का परीक्षण कर रहा है। उन्हें मैक 5 से अधिक या ध्वनि की गति से पांच गुना अधिक गति से उड़ने के लिए डिजाइन किया गया है।
केसीएनए की एक रिपोर्ट के अनुसार विदेश मंत्री चोए सन हुई के नेतृत्व में एक उत्तर कोरियाई प्रतिनिधिमंडल रूस के विदेश मंत्री के निमंत्रण पर रूस की यात्रा के लिए रविवार को प्योंगयांग से रवाना हुआ है। जापान टुडे की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सरकारों का दावा है कि उत्तर कोरिया, रूस को यूक्रेन पर आक्रमण के लिए तोपखाने और मिसाइलों सहित अन्य हथियारों की आपूर्ति कर रहा है।