गुजरात का गिफ्टी सिटी 2047 तक भारत के विकसित राष्ट्र बनने के विजन का होगा प्रवेश द्वार: सीतारमण

अब यह विकसित पश्चिमी दुनिया और ग्लोबल साउथ के बीच सेतु बन सकता है

गुजरात का गिफ्टी सिटी 2047 तक भारत के विकसित राष्ट्र बनने के विजन का होगा प्रवेश द्वार: सीतारमण

गांधीनगर/नई दिल्ली, 11 जनवरी (हि.स.)। केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि गिफ़्ट सिटी 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के विज़न का प्रवेश द्वार होगा। सीतारमण ने कहा कि भारत अब विश्व के विकास इंजन को चला रहा है। अब यह विकसित पश्चिमी दुनिया और ग्लोबल साउथ के बीच सेतु बन सकता है।

सीतारमण ने गुरुवार को 10वें वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 के दूसरे दिन अपने संबोधन में कहा कि गिफ्ट सिटी आदर्श रूप से वित्तीय और निवेश केंद्र के लिए प्रवेश द्वार बनने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के विजन को पूरा करने में इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गिफ्ट सिटी के विचार की परिकल्पना 2007 में की थी, जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे, लेकिन अब यह एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्र बन गया है।

वित्त मंत्री ने 'गिफ्ट सिटी-एन एस्पिरेशन ऑफ मॉडर्न इंडिया' विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि 2047 तक भारतीय अर्थव्यवस्था को 30 ट्रिलियन डॉलर बनाने के लक्ष्य को पाने के लिए विविध फिनटेक प्रयोगशालाएं बनाने का भी लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों (आईएफएससी) में बढ़ते परिचालन के बारे में कहा कि गिफ्ट सिटी में अब अंतरराष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज सहित 3 एक्सचेंज, 9 विदेशी बैंकों सहित 25 बैंक, 26 विमान लीज कंपनियां, 80 फंड मैनेजर, 50 पेशेवर सेवा प्रदाता तथा 40 फिनटेक संस्थाएं हैं।