ग्रीन हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी और डिसेलिनेशन प्लांट के क्षेत्र में भी यूएई-गुजरात साथ मिलकर आगे बढ़ेंगे
उन्होंने यूएई के निवेशकों को भी साथ मिलकर विकास में साझेदार बनने का आमंत्रण दिया
गांधीनगर, 11 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट-2024 के अंतर्गत गुरुवार को गांधीनगर में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विदेश व्यापार राज्य मंत्री डॉ. थानी बिन अहमद अल जायौदी के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने गुजरात और यूएई के परस्पर सहयोग के संबंध में चर्चा के दौरान कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी और डिसेलिनेशन प्लांट के क्षेत्र में भी यूएई और गुजरात साथ मिलकर आगे बढ़ सकते हैं।
यूएई के विदेश व्यापार राज्य मंत्री थानी बिन अहमद ने कहा कि यूएई 2017 से वाइब्रेंट समिट में बतौर पार्टनर कंट्री शामिल हो रहा है और यूएई के निवेशकों की गुजरात में निवेश की संभावना लगातार बढ़ती रही है।
मुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाइब्रेंट समिट के जरिए सभी को विकास का अवसर दिया है और ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ को साकार किया है। उन्होंने यूएई के निवेशकों को भी साथ मिलकर विकास में साझेदार बनने का आमंत्रण दिया।
मुख्यमंत्री ने बैठक में चर्चा के दौरान कहा कि गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी), धोलेरा एसआईआर और डायमंड बोर्स जैसे प्रकल्पों के अलावा रिन्यूएबल एनर्जी और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे क्षेत्रों में भी सार्थक साझेदारी हो सकती है। यूएई के मंत्री के साथ आए व्यापार प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने गुजरात में उनके उद्योगों को मिले सहयोग के लिए राज्य सरकार के प्रो-एक्टिव दृष्टिकोण की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने यूएई के विदेश व्यापार मंत्री को एक बार फिर से गुजरात का विस्तृत दौरा करने का आमंत्रण देते हुए कहा कि हमें उम्मीद है कि आप सभी राज्य के टूरिज्म सेक्टर को भी ध्यान में लेंगे। यूएई के राज्य मंत्री थानी बिन अहमद ने भी मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को यूएई के दौरे का निमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने इस मुलाकात बैठक के दौरान कहा कि यूएई की कंपनियों के लिए रेल, सड़क, बंदरगाह और शिपिंग जैसे क्षेत्रों में विशाल अवसर मौजूद हैं।
इस दौरान गिफ्ट सिटी में निवेश की संभावनाओं को लेकर भी चर्चा हुई। बैठक में गुजरात को यूएई और भारत के बीच मित्रता की मजबूत बॉन्डिंग का लाभ मिलने के साथ ही द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ बनाने के बारे में भी चर्चा हुई। इस शिष्टाचार बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव पंकज जोशी, उद्योग एवं खान विभाग के अपर मुख्य सचिव एसजे हैदर सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।