अहमदाबाद में बना भगवान राम का 11 किलो का 'अजयबाण' 10 जनवरी को अयोध्या पहुंचेगा
अहमदाबाद के जय भोले ग्रुप ने पौराणिक ग्रंथों में वर्णित 'अजयबाण' की प्रतिकृति बनाई है
22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। इसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। अयोध्या में राम मंदिर के लिए देशभर से कई खास चीजें भेजी जा रही हैं। जिसमें 108 फीट लंबी अगरबत्ती वडोदरा से और अहमदाबाद के गोटा से एक ध्वजदंड भेजा जा रहा है। अब श्री आरासुरी देवस्थान ट्रस्ट अंबाजी की प्रेरणा से अहमदाबाद के जय भोले ग्रुप ने पौराणिक ग्रंथों में वर्णित 'अजयबाण' की प्रतिकृति बनाई है। इसे अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर में स्थापित किया जाएगा। इस अजयबाण की पूजा शक्तिपीठ अम्बाजी मंदिर के ब्राह्मणों द्वारा शास्त्रोक्त विधि-विधान से की
गई है।
पुराणों में मिलता है अजयबाण का वर्णन
पौराणिक कथाओं के अनुसार शक्तिपीठ अम्बाजी का अजयबाण से विशेष संबंध है। त्रेता युग में जब भगवान श्री राम और लक्ष्मणजी की मुलाकात श्रृंगी ऋषि से हुई तो उन्होंने भगवान श्री राम से आद्यशक्ति मां अम्बा की आराधना कर उन्हें प्रसन्न करने को कहा था। मां अम्बा ने प्रसन्न होकर श्रीराम को वरदान स्वरूप 'अजयबाण' दिया था। इसी अजयबाण से भगवान श्री राम ने दशानन रावण का वध किया था। माताजी की आरती में भी अजयबाण से रावण के वध का उल्लेख मिलता है।
अजयबाण 5 फीट लंबा है और इसका वजन 11.5 किलोग्राम है
11.5 किलो वजन के इस अजयबाण को बनाने में सोना, चांदी, तांबा, पीतल और लोहे का इस्तेमाल किया गया है। इसकी लंबाई 5 फीट रखी गई है। महज 5 दिन में यह अजयबाण अहमदाबाद में बनकर तैयार हो गया है। इस पर 5 लाख रुपये खर्च हुए हैं।