आईओए ने भूपिंदर सिंह बाजवा को डब्ल्यूएफआई तदर्थ समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया
तदर्थ समिति को डब्ल्यूएफआई के संचालन की देखरेख और पर्यवेक्षण करने का काम सौंपा गया है
नई दिल्ली, 27 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के रोजमर्रा के मामलों को चलाने के लिए बुधवार को तत्काल प्रभाव से नव निर्मित तदर्थ समिति के अध्यक्ष के रूप में भूपिंदर सिंह बाजवा के नियुक्ति की घोषणा की।
आईओए ने इस संबंध में एक पत्र जारी किया है। यह केंद्रीय खेल मंत्रालय द्वारा पूरे भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) की संचालन परिषद को निलंबित करने के बाद आया है। इससे पहले रविवार को केंद्रीय खेल मंत्रालय ने आईओए को डब्ल्यूएफआई के मामलों के प्रबंधन और नियंत्रण के लिए एक तदर्थ समिति बनाने का निर्देश दिया था।
आईओए के एक आधिकारिक पत्र में कहा गया, "भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के चुनाव 21 दिसंबर 2023 को हुए, जिसमें भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफटी) की कार्यकारी समिति के अन्य पदाधिकारियों के बीच संजय कुमार सिंह को अध्यक्ष और प्रेम चंद लोचब को महासचिव चुना गया।"
पत्र में आगे कहा गया, "भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को हाल ही में पता चला है कि डब्ल्यूएफआई के हाल ही में नियुक्त अध्यक्ष और अधिकारियों ने अपने स्वयं के संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए और आईओसी द्वारा समर्थित सुशासन के सिद्धांतों के खिलाफ मनमाने फैसले लिए हैं और उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना ही आईओए द्वारा नियुक्त तदर्थ समिति के फैसले को पलट दिया है। यह न केवल फेडरेशन के भीतर शासन के अंतर को उजागर करता है, बल्कि स्थापित मानदंडों से उल्लेखनीय विचलन का भी संकेत देता है।"
पत्र में आगे कहा गया, "आईओए निष्पक्ष खेल, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए शासन मानदंडों के पालन को महत्वपूर्ण मानता है और आईओसी द्वारा समर्थित खिलाड़ियों के हितों की रक्षा करने और निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए, एक तदर्थ समिति नियुक्त करने का निर्णय लिया गया है जिसमें तत्काल प्रभाव से अध्यक्ष के रूप में भूपिंदर सिंह बाजवा और सदस्य के रूप में एमएम सोमाया और मंजूशा कंवर को शामिल किया गया है।''
तदर्थ समिति को डब्ल्यूएफआई के संचालन की देखरेख और पर्यवेक्षण करने का काम सौंपा गया है, जिसमें एथलीट चयन, अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए एथलीटों के लिए प्रविष्टियां जमा करना, खेल गतिविधियों का आयोजन करना, बैंक खातों को संभालना, वेबसाइट का प्रबंधन करना और अन्य संबंधित जिम्मेदारियां शामिल हैं।
बता दें कि डब्ल्यूएफआई के अपदस्थ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगी रहे संजय सिंह को कुश्ती महासंघ का नया अध्यक्ष चुने जाने पर स्टार पहलवान साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया के ताजा विरोध के बाद केंद्रीय खेल मंत्रालय ने रविवार को एक बड़े फैसले में अध्यक्ष को अपने सभी पदाधिकारियों के साथ निलंबित कर दिया था।