गुजरात में बने देश के सभी मूल गौ वंशों का राष्ट्रीय केन्द्र : राज्यपाल
गांधीजी के मूल आदर्श के अनुरूप सभी गांधी संस्थानों को नवजीवन देने पर गुजरात विद्यापीठ के कुलाधिपति का जोर
गुजरात के राज्यपाल की अध्यक्षता में गुजरात विद्यापीठ मंडल की बैठक
गांधीनगर, 21 दिसंबर (हि.स.)। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने गुरुवार को गुजरात विद्यापीठ मंडल की बैठक में सदस्यों के समक्ष विचार रखते हुए कहा कि देश में जितनी भी मूल गौवंश है, उनका एक राष्ट्रीय केंद्र गुजरात में स्थापित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के मूल आदर्श के अनुरूप भारत की गायों के विविध वंशों का संरक्षण कार्य गुजरात विद्यापीठ अपने हाथ में लें। उनके इस प्रस्ताव को सभी सदस्यों ने सहर्ष स्वीकार किया और जल्द से जल्द इस योजना पर कार्य करने का निर्णय लिया गया।
गुजरात के राज्यपाल सह गुजरात विद्यापीठ के कुलाधिपति आचार्य देवव्रत ने गुरुवार को गुजरात विद्यापीठ मंडल की बैठक में सदस्यों से जोर देकर कहा कि गांधी विचारों पर चल रही इन संस्थाओं में गांधीजी के आदर्शों का मजबूती से पालन हो, यह सुनिश्चित करने की जरूरत है। उन्होंने सभी सदस्यों को इन संस्थानों में गांधीजी के विचार-दर्शन के अनुरूप सभी गांधी संस्थानों को नवजीवन देने की अपील की। गुजरात विद्यापीठ मंडल की वर्ष 2023-24 की चतुर्थ बैठक गुरुवार को कोचरब आश्रम, पालड़ी-अहमदाबाद में गुजरात के राज्यपाल सह गुजरात विद्यापीठ के कुलाधिपति आचार्य देवव्रत की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
राज्यपाल ने कहा कि गुजरात विद्यापीठ की स्थापना गांधीजी ने सिर्फ अक्षर ज्ञान देने के लिए नहीं की थी अपितु साथ में आध्यात्मिक चिंतन, आत्मनिर्भरता, ग्राम विकास और देश चौमुखी विकास की तरफ आगे बढ़े, इस उद्देश्य के साथ की थी। गांधीजी का जीवन ही उनका संदेश था। बापू जो कहते थे, उनके मन, वचन, कर्म में वह प्रगट होता था। राज्यपाल ने इस बात पर भी जोर दिया कि गांधीजी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं। मंडल को इन विचारों के आधार पर संस्थानों के लिए नीति- नियम बनाने चाहिए ताकि गांधी विचार के मूल आदर्शों का पालन हो और नई पीढ़ी को गांधी मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया जा सके। यही गांधीजी की आत्मा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। बैठक में विद्यापीठ के शैक्षणिक स्तर को ज्यादा श्रेष्ठ बनाने, प्रशासन और व्यवस्थापन को ज्यादा सरल और सुदृढ़ बनाने तथा आर्थिक मामलों को लेकर विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया। सभी सदस्यों ने गुजरात विद्यापीठ मंडल की बैठक में सक्रियता से भाग लेने और मंडल का मार्गदर्शन करने के लिए राज्यपाल आचार्य देवव्रत का धन्यवाद भी किया।