बुन्देलखंड : खेतों में लहलहाई फसलों पर अब कीड़ों का हमला
अरहर और मटर की फसल को तगड़ा झटका लगने से किसान टेंशन में
हमीरपुर, 19 दिसम्बर (हि.स.)। हमीरपुर समेत समूचे बुन्देलखंड क्षेत्र में खेतों में लहलहाई चना, अरहर और मटर की फसलें अब कीड़ों की चपेट में आ गई है जिससे इस बार इन फसलों की पैदावार पर तगड़ा झटका लग रहा है। वैज्ञानिकों की सलाह पर किसान कीड़ों के सफाए के लिए केमिकल घोल का छिड़काव फसलों पर कर रहे है लेकिन बावजूद कीड़ों से निजात नहीं मिल रही है। कीड़ों के कारण फसलें भी खराब होने लगी है जिससे किसान टेंशन में है।
बुन्देलखंड के हमीरपुर, महोबा, बांदा, जालौन, चित्रकूट, ललितपुर और झांसी के अलावा आसपास के तमाम इलाकों में इन दिनों अरहर, चना और मटर की फसलों पर खतरे के बादल मंडरा गए है। हजारों हेक्टेयर क्षेत्रफल में बोई गई इन फसलों में सूड़ी और इल्ली (कीड़े) लगने से फूल और फलियां खराब होने लगी है। फसलों की ग्रोथ भी रुक गई है। पारा गांव निवासी प्रभात कुमार की चालासी बीघे में बोई गई मटर की फसल में फूल और फलियां आ गई थी लेकिन कीड़ों केअटैक करने से फसलें बर्बाद होने लगी है। हमीरपुर के ही सैकड़ों गांवों में कीड़ों की गिरफ्त में आई फसलों को लेकर किसान टेंशन में है। पड़ोसी महोबा जिले में भी मटर, चना और अरहर की फसलों पर सूड़ी और इल्ली लगने से किसान परेशान है।
किसान कृषि रक्षा विभाग और वैज्ञानिकों की सलाह पर कीड़ों से निजात पाने के लिए रसायनिक घोल का छिड़काव कराने में जुटे है लेकिन कीड़े नहीं मर रहे है। उपनिदेशक कृषि हरीशंकर भार्गव ने बताया कि बुन्देलखंड में इन दिनों मौसम का मिजाज बदला हुआ है। रात और सुबह के समय सर्दी पड़ रही है जबकि दोपहर में तेज धूप निकलने से मौसम ज्यादा गर्म हो रहा है जिसके कारण फसलों पर कीड़ों ने अटैक कर दिया है। उन्होंने बताया कि किसानों को अभी से फसलों को बचाने के लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराना होगा। इसमें कोई भी लापरवाही हुई तो उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है।
मौसम का मिजाज बदलने से चना मटर और अरहर की फसलें आई कीड़ों की गिरफ्त में
चित्रकूट धाम बांदा मंडल के हमीरपुर समेत आसपास के तमाम जिलों में इस बार किसानों ने चना, अरहर और मटर की खेती बड़े क्षेत्रफल में शुरू की है। इन दिनों फसलें भी खेतों में लहलहा गई है लेकिन मौसम का मिजाज बदलने के कारण इन फसलों पर कीड़ों (सूड़ी, इल्ली) ने अटैक कर दिया है। कीड़ों की भरमार से फसलों की ग्रोथ पर ब्रेक भी लगने से किसानों में बेचौनी बढ़ गई है। कीड़े लगातार फसलों की पत्तियां चट कर रहे है। कुरारा क्षेत्र के जखेला गांव निवासी वीरेन्द्र, रामवीर तमाम किसानों ने बताया कि आठ बीघे में चना और मटर की फसल में कीड़े लग गए है जिससे फसलों को बड़ा नुकसान हो रहा है।
केमिकल घोल का फसलों पर छिड़काव कराने के बाद भी कीड़ों से नहीं मिल रही निजात
हमीरपुर के तमाम गांवों के किसानों ने बताया कि कीड़ों के सफाए के लिए कीटनाशक दवा का छिड़काव कराया जा रहा है लेकिन कीड़ों से अभी भी निजात नहीं मिल रही है। इधर, कृषि रक्षा ईकाई के प्रभारी अनूप कुमार ने बताया कि मौसम में आए बदलाव के कारण फसलों पर कीड़े लग गए है जिनसे निजात पाने के लिए किसानों को ट्राईकोडर्मा, हारजोनियम दवा का छिड़काव कराना चाहिए। राजकीय कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डाॅ. एसपी सोनकर ने बताया कि कीड़े लगने से फसलों के उत्पादन पर प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में कीटनाशक दवा का फसलों में छिड़काव करने पर कीड़े कन्ट्रोल में आ जाएंगे।