स्पाइसजेट एयरलाइन ने दिवालिया गो फर्स्ट के अधिग्रहण की इच्छा जताई
एयरलाइन ने कहा कि वह जांच-पड़ताल के बाद अधिग्रहण की पेशकश करना चाहती है
नई दिल्ली, 19 दिसंबर (हि.स.)। नकदी संकट से जूझ रही सस्ती हवाई सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी स्पाइसजेट ने दिवालिया विमानन कंपनी गो फर्स्ट के अधिग्रहण में रुचि दिखाई है। स्पाइसजेट दिवालिया विमानन कंपनी गो फर्स्ट की उचित जांच-पड़ताल के बाद प्रस्ताव पेश करने की योजना बना रही है।
स्पाइसजेट ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि उसने ‘गो फर्स्ट के समाधान पेशेवर (आरपी) के समक्ष रुचि दिखाई है। एयरलाइन ने कहा कि वह जांच-पड़ताल के बाद अधिग्रहण की पेशकश करना चाहती है। कंपनी के मुताबिक अधिग्रहण प्रस्ताव का मकसद गो फर्स्ट को स्पाइसजेट के साथ संभावित गठजोड़ में एक मजबूत और व्यावहारिक एयरलाइन बनाना है।
कंपनी ने बताया कि उसके निदेशक मंडल ने वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और विकास योजनाओं में निवेश तथा संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से करीब 27 करोड़ अमेरिकी डॉलर की नई पूंजी जुटाने की प्रक्रिया को मंजूरी दी है। हालांकि, स्पाइसजेट को सितंबर तिमाही के दौरान 428 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। वहीं, एयरलाइन को पूर्व प्रमोटर कलानिधि मारन को मध्यस्थता फैसले के बाद बकाया राशि का भुगतान भी करना है।
उल्लेखनीय है कि गो फर्स्ट एयरलाइन ने ‘प्रैट एंड व्हिटनी इंजन’ समस्याओं की वजह से उत्पन्न वित्तीय संकट के बीच तीन मई से अपनी उड़ान सेवाएं बंद कर दी थी। फिलहाल कंपनी दिवाला समाधान प्रक्रिया से गुजर रही है। गो फर्स्ट पर लेनदारों का 6,200 करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया है।