केन्द्रीय मंत्रियों की उपस्थिति में 7 दिसम्बर को गांधीनगर में होगा स्टार्टअप कॉन्क्लेव

मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की मौजूदगी में 6 दिसंबर को राउंड टेबल बैठक

केन्द्रीय मंत्रियों की उपस्थिति में 7 दिसम्बर को गांधीनगर में होगा स्टार्टअप कॉन्क्लेव

यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स, वेंचर कैपटलिस्ट्स व प्रमुख व्यवसायी होंगे शामिल

गांधीनगर, 4 दिसंबर (हि.स.)। गुजरात सरकार आगामी वाइब्रेंट गुजरात समिट 2024 के पूर्वार्ध के रूप में 7 दिसम्बर को गांधीनगर में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की अध्यक्षता में स्टार्टअप कॉन्क्लेव का आयोजन करेगी। यह जानकारी राज्य सरकार के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री ऋषिकेश पटेल ने दी। मंत्री ने बताया कि स्टार्टअप कॉन्क्लेव से संबंधित एक राउंड टेबल मीटिंग 6 दिसम्बर 2023 को गांधीनगर में आयोजित की जाएगी। मीटिंग में भारत सरकार के केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और भारत सरकार के कौशल विकास व उद्यमिता तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर की भी विशेष उपस्थिति रहेगी।

डीपीआईआईटी ने लगभग 99,000 स्टार्टअप को मान्यता दी

इस स्टार्टअप कॉन्क्लेव में देशभर से यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स, वेंचर कैपटलिस्ट्स और गुजरात के प्रमुख व्यापारी शामिल होंगे। मंत्री ने बताया कि यह राउंड टेबल मीटिंग और स्टार्टअप कॉन्क्लेव, देश व गुजरात में स्टार्टअप्स के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करने और प्रशासनिक तंत्र को और रिज़ीलिएंट बनाने में मदद करेगा। साथ ही, अनुपालनों के संदर्भ में भी नियामक सुधारों, कर प्रोत्साहन और स्टार्टअप इकोसिस्टम को बेहतर बनाने में ध्यान केन्द्रित करेगा। इस कॉन्क्लेव में भारत और गुजरात में वेंचर कैपटलिस्ट्स और प्राइवेट इक्विटी इन्वेस्टमेन्ट की स्थिति की समीक्षा और गुजरात में अधिक निवेश आकर्षित करने के अवसरों जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। इसके अलावा, कॉन्क्लेव में रीसर्च एंड डेवलपमेन्ट, मार्केट ऐक्सेस, फंडिंग और फाइनेंशियल इन्क्लूज़न के साथ-साथ स्टार्टअप की चुनौतियों पर भी विस्तार से चर्चा की जाएगी। पटेल ने कहा कि केन्द्र सरकार ने इनोवेशन, स्टार्टअप और देश के स्टार्टअप इकोसिस्टम में निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत इकोसिस्टम बनाने के उद्देश्य से 16 जनवरी 2016 को स्टार्टअप इंडिया लॉन्च किया था। 2016 में स्टार्टअप इंडिया पहल शुरू करने के बाद से, उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) ने लगभग 99,000 स्टार्टअप को मान्यता दी है जो यह दिखाता है कि स्टार्टअप इंडिया की उपलब्धियों से उद्योग जगत को काफी प्रोत्साहन मिला है।

तीसरा सबसे बड़ा वैश्विक स्टार्टअप इकोसिस्टम बनने की कोशिश

स्टार्टअप कॉन्क्लेव का यह सेक्शन भारत के स्टार्टअप्स की अविश्वसनीय सफलता की कहानियों को दर्शाएगा। डीपीआईआईटी और स्टार्टअप-इंडिया के इनोवेशन की सफलता को प्रदर्शित किया जाएगा। भारत में अब तक लगभग 108 यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स हैं जिनकी वैल्यू लगभग 340.80 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। इन यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स में से 44 यूनिकॉर्न्स वर्ष 2021 बने हैं जिनकी वैल्यू लगभग 93 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। इसके बाद वर्ष 2022 में 21 यूनिकॉर्न्स हुए हैं जिनकी वैल्यू लगभग 27 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। मंत्री ने आगे बताया कि पहला यूनिकॉर्न 2011 में हुआ था, और वहीं वर्ष 2022 तक भारत में 100 यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स का शतक पूरा हो गया है। विदेशी और स्थानीय निवेश भारतीय स्टार्टअप्स के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वर्तमान में भारत में लगभग 30 यूनिकॉर्न कंपनियाँ ऐसी हैं जो बड़े टर्नओवर वाली भारतीय स्टार्टअप कंपनियाँ हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इन 30 यूनिकॉर्न्स कंपनियों में से लगभग 18 यूनिकॉर्न कंपनियों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) है। स्टार्टअप कॉन्क्लेव का यह सेगमेन्ट इन्वेस्टर्स को स्टार्टअप्स पर मार्गदर्शन देगा। अनुभवी निवेशकों का एक पैनल स्टार्टअप्स के लिए अपने अनुभव, सर्वोत्तम प्रथाओं और जोखिमों को साझा करेगा।

दिया जाएगा 42 लाख रुपये का पुरस्कार

मंत्री ने कहा कि राज्य में न्यू इंडिया वाइब्रेंट हैकथॉन का ग्रैंड फिनाले गांधीनगर में संपन्न हुआ, जिसमें 1000 से अधिक छात्रों की 2067 टीमों ने राज्य के विभिन्न सरकारी विभागों-उद्योगों से संबंधित 231 समस्याओं के समाधान के लिए भाग लिया। अंतिम राउंड में समस्या कथनों को हल करने का सुझाव देने वाली 181 टीमों में से सर्वश्रेष्ठ 36 टीमों को इस प्रतियोगिता का विजेता घोषित किया गया है जिन्हें 42 लाख का पुरस्कार दिया जाएगा। विजेता टीम के छात्र संबंधित विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर उपयोगी समाधान प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में स्टार्टअप और इनोवेशन को प्रोत्साहन और सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग ने एक गैर-लाभकारी संगठन के रूप में एक समर्पित सरकारी कंपनी "गुजरात स्टूडेंट स्टार्टअप एंड इनोवेशन हब" (आई-हब) की स्थापना की है। प्रदेश के युवाओं के नवोन्वेषी एवं बौद्धिक विचारों को स्टार्ट-अप में बदलने के लिए विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त अत्याधुनिक आई-हब भवन का निर्माण किया गया है, जिसका उद्घाटन 5 दिसंबर को किया जायेगा। अहमदाबाद के केसीजी परिसर में 100 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित, यह आई-हब बिल्डिंग एक साथ 500 स्टार्ट-अप को इनक्यूबेट करने की क्षमता रखती है।