बेमौसमी बारिश : गुजरात के सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में आंधी-तूफान के साथ बारिश

रविवार तड़के से बारिश, किसानों में चिंता पसरी, गिरनार में बारिश से लीली परिक्रमा पर असर

बेमौसमी बारिश : गुजरात के सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में आंधी-तूफान के साथ बारिश

अहमदाबाद, 26 नवंबर (हि.स.)। राज्य के कई क्षेत्रों में मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार रविवार सुबह से बारिश शुरू हो गई। बिजली की चमक और बादलों की गड़गड़ाहट के साथ कई क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हुई। शनिवार देर रात से सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में मौसम में बदलाव शुरू हो गया। आसमान में बादलों ने डेरा डाल दिया जिसके बाद कई जगहों पर रात में ही बूंदाबांदी शुरू हो गई। रविवार सुबह से सौराष्ट्र के गिर सोमनाथ, जूनागढ़, राजकोट, अमरेली और कच्छ में बारिश हुई। वहीं दक्षिण गुजरात के सूरत में आंधी-तूफान के साथ बारिश होने की खबर है।

मौसम विभाग ने राज्य में शनिवार से आगामी 3 दिनों तक बारिश की संभावना जतायी है। सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। रविवार सुबह से सौराष्ट्र के अमूमन सभी जिलों में बारिश का माहौल बन गया। अमरेली के धारी समेत गिर क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हुई है। इसके अलावा सरसिया, जर, मोरजर समेत गांवों में भारी बारिश हुई है। गिर के गांवों में मानसून जैसा माहौल हो गया। सावरकुंडला में भी तेज बारिश हुई। बारिश के कारण किसानों को खेत में खड़ी फसल धनिया, जीरा, चना आदि के नुकसान की आशंका है।

सूरत और अंकलेश्वर में बारिश

दक्षिण गुजरात के सूरत में भी रविवार सुबह से तेज बारिश शुरू हुई। आंधी-तूफान के बीच तेज बारिश हुई। मौसम में आए इस बदलाव के बाद विजिबिलिटी भी कम हो गई। इसके कारण सुबह घरों से निकले लोगों को वाहन चलाने में परेशानी का अनुभव हुआ। इसके अलावा अंकलेश्वर के कई गांवों में भी बारिश की खबर है। सूरत जिले के ओलपाड में बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है।

मौसम विभाग के अनुसार राज्य में 27 नवंबर तक बारिश होने की संभावना है। बारिश के कारण राज्य के मार्केटिंग यार्ड में उपजों के रखने की व्यवस्था की गई है। यार्ड में ढकने की जगह के अनुसार ही उपज रखी गई है। इसके अलावा कई यार्ड को पहले से बंद कर दिया गया है। साथ ही किसानों को तारपत्री त्रिपाल आदि से उपज ढकने की व्यवस्था भी करने के लिए आगाह किया गया है।

जूनागढ़ में लीली परिक्रमा पर असर

जूनागढ़ के गिरनार पर्वत की लीली परिक्रमा पर बारिश का असर हुआ है। एकादशी से शुरू हुई लीली परिक्रमा पूर्णिमा के दिन पूरी होगी। इससे पूर्व तीन दिनों की परिक्रमा में ही 12.25 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। रविवार सुबह परिक्रमा पथ पर तेज बारिश के कारण रास्ते धुल गए। रात्रि 3 बजे से बारिश होने के कारण श्रद्धालुओं को बीच में यात्रा रोकनी पड़ी। इससे पहले एक 11 वर्षीय किशोरी पर तेंदुए ने हमला किया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। शेष अन्य लोगों की विभिन्न कारणों से मौत हुई है।

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