ऑस्ट्रेलिया के अंतरराष्ट्रीय टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स पहुंचे सिल्क्यारा, 41 मजदूरों की वापसी का बढ़ा भरोसा

-भारत सरकार के आग्रह पर आए हैं अंतरराष्ट्रीय टनल विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स

ऑस्ट्रेलिया के अंतरराष्ट्रीय टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स पहुंचे सिल्क्यारा, 41 मजदूरों की वापसी का बढ़ा भरोसा

उत्तरकाशी, 20 नवम्बर (हि.स.)। उत्तरकाशी के सिलक्यारा निर्माणाधीन सुरंग में बीते नौ दिनों से फंसे 41 श्रमिकों को सुरंग से बाहर निकालने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के टनल एक्सपर्ट प्रोफेसर सर अर्नोल्ड डिक्स की मदद ली जा रही है। सोमवार को उक्त जानकारी जिला अधिकारी अभिषेक रुहेला ने दी। उन्होंने बताया कि टनल विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स के साथ विचार विमर्श कर रेस्क्यू अभियान की रणनीति पर चर्चा हुई।

अंतरराष्ट्रीय टनल एक्सपर्ट सर अर्नोल्ड डिक्स ऑस्ट्रेलिया के रहने वाले हैं। अर्नोल्ड डिक्स एक वैज्ञानिक हैं। उन्हें अंडरग्राउंड इन्फ्रास्ट्रक्चर, बिल्डिंग्स और ट्रांसपोर्ट रिस्क के शानदार और स्वतंत्र विशेषज्ञ के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा वे कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से भी सम्मानित हो चुके हैं।

अंतरराष्ट्रीय टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स दुनिया भर में कई परियोजनाओं के लिए विवाद निवारण बोर्ड और टेंडर इवैल्युएशन पैनल पर नियुक्तियां करते हैं। कानून और इंजीनियरिंग दोनों में ही विशेषज्ञता होने के कारण उन्होंने कई विवादित और कठिन मसलों में भी अपनी सूझबूझ से समझौता कराया है। उन्हें अंडरग्राउंड इन्फ्रास्ट्रक्चर, बिल्डिंग्स और ट्रांसपोर्ट रिस्क के शानदार और स्वतंत्र विशेषज्ञ के रूप में जाना जाता। अब उम्मीद की जानी चाहिए कि नौ दिनों से उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों की बाहर निकालने की राह हो गई है।

गौरतलब है कि सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिये चलाये जा रहे रेस्क्यू अभियान में सहयोग करने के भारत सरकार के आग्रह पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के टनल विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स आज सिलक्यारा पहुंच गए हैं। अर्नोल्ड डिक्स इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एशोसिएशन (आईटीए) के अध्यक्ष है।

उत्तराखंड सरकार के केंद्रीय संगठनों से रेस्क्यू अभियान में समन्वय के नोडल अधिकारी और सचिव डॉ. नीरज खैरवाल, एनएचएआईडीसीएल के एमडी महमूद अहमद, निदेशक अंशु मनीष खलखो, जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने टनल विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स के साथ विचार विमर्श कर रेस्क्यू अभियान की रणनीति पर चर्चा की है।