सूरत : नगर निगम के नौ जोन में विकास कार्यों पर 260 करोड़ रुपए खर्च किए गए, इसमें लिंबायत जोन सबसे प्रमुख रहा
विकास कार्यों में सबसे आगे लिंबायत जोन में 47.86 करोड़ खर्च हुए, जबकि सबसे कम वराछा जोन में 7.95 करोड़ खर्च हुए
सूरत नगर निगम ने इस वित्तीय वर्ष में रिकॉर्ड तोड़ विकास कार्य किये हैं। सूरत नगर निगम ने वित्तीय वर्ष में अब तक 1700 करोड़ रुपए खर्च किए हैं, जो पिछले साल से एक हजार करोड़ रुपए ज्यादा है। जिसमें सूरत में प्रतिष्ठित परियोजना को छोड़कर सूरत नगर निगम के नौ क्षेत्रों में 260 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
सूरत नगर निगम ने पिछले साल दिवाली से पहले 700 करोड़ के पूंजीगत काम किए थे। इस साल 1700 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं। जिसमें नगर निगम के नौ जोन में 260 करोड़ के पूंजीगत कार्य कराए गए हैं। जिसमें सबसे ज्यादा लिंबायत जोन में 47.86 करोड़ खर्च हुए हैं। जबकि सबसे कम खर्च मनपा के वराछा जोन में 7.95 करोड़ दर्ज किया गया है।
दिवाली से पहले सूरत नगर निगम ने पूंजीगत व्यय में तोड़ा रिकॉर्ड। 1700 करोड़ से अधिक के पूंजीगत व्यय में से सबसे बड़ा खर्च हाइड्रोलिक जल उपचार और वितरण पर 378.87 करोड़ है। इसके अलावा तापी शुद्धीकरण परियोजना 224.55 करोड़ के खर्च के साथ दूसरे स्थान पर रही। वहीं नगर निगम में ड्रेनेज विभाग की ओर से 156.96 करोड़ और अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट पर 142.18 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं। सूरत नगर पालिका के स्पेशल सेल विभाग की ओर से 134.60 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं।
सूरत नगर निगम के सड़क विभाग द्वारा 115 करोड़, ब्रिज सेल के लिए 85.34 करोड़ और खजोद डिस्पोजल साइड को लंबवत स्थानांतरित करने के लिए 28.16 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। जन सुविधाओं और अन्य परियोजनाओं को छोड़कर जोन स्तर पर 260 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं।
इसके अलावा दिवाली से पहले मनपा के नौ जोन पर 259 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं, जिसमें लिंबायत जोन 47.86 करोड़ रुपए खर्च कर सबसे आगे है। जबकि कतारगाम जोन में 47.56 करोड़, वराछा बी जोन में 46.19 करोड़, रांदेर जोन में 34.07 करोड़, उधना जोन में 28.62 करोड़, अठवा जोन में 26.14 करोड़, उधना बी (कनकपुर) जोन में 11.48 करोड़ का बिल आया है। सेंट्रल जोन में 9.14 करोड़ और वराछा जोन में 7.95 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।