कठिनाइयों से फर्क नहीं पड़ता, अपने सपनों के प्रति समर्पित रहना मायने रखता है : डिफेंडर नीलम
हमेशा अपनी बड़ी बहन और चचेरी बहनों का अनुसरण करती थी
नई दिल्ली, 17 नवंबर (हि.स.)। भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम की डिफेंडर नीलम ने हॉकी के क्षेत्र में अपनी यात्रा को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि मेरी यात्रा इस बात का सबूत है कि दृढ़ता की कोई सीमा नहीं होती। उन्होंने कहा कि कठिनाइयों से कोई फर्क नहीं पड़ता, अपने सपनों के प्रति समर्पित रहना ही मायने रखता है।
हॉकी इंडिया की ओर से जारी बयान में नीलम ने कहा कि जब मैंने शुरुआत की थी, मैं सबसे छोटी थी। हमेशा अपनी बड़ी बहन और चचेरी बहनों का अनुसरण करती थी। उन्होंने कहा कि मेरे भाई ने हमेशा मुझ पर विश्वास किया। मेरे सबसे कठिन समय में भी उन्होंने मुझे विश्वास दिलाया कि मैं सर्वश्रेष्ठ हूं।
वह याद करते हुए कहती हैं कि कभी-कभी टूर्नामेंट के लिए 500 रुपये जुटाना भी असंभव लगता था लेकिन मेरे परिवार के अथक प्रयासों से यह संभव हो सका। वर्षों की कड़ी मेहनत, वित्तीय बाधाओं, पारिवारिक प्रतिकूलताओं और स्वास्थ्य चुनौतियों पर काबू पाने के परिणामस्वरूप नीलम को उल्लेखनीय सफलता मिली।
अपने निरंतर प्रदर्शन के कारण नीलम ने जापान के काकमिघारा में आयोजित 2023 जूनियर महिला एशिया कप में भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम के लिए पदार्पण किया, जिसे भारतीय टीम ने जीता।
इधर, एफआईएच हॉकी महिला जूनियर विश्व कप 2023 नजदीक आ रहा है, जिसमें नीलम अपनी छाप छोड़ने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। टीम 29 नवंबर को कनाडा के खिलाफ पूल सी में अपनी यात्रा शुरू करने के लिए तैयार है और नीलम को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता पर भरोसा है।
नीलम कहती हैं कि मैं एफआईएच हॉकी महिला जूनियर विश्व कप 2023 के दौरान मैदान पर अपना दिल और आत्मा झोंकने के लिए उत्साह और संकल्प से भरी हुई हूं। हमारा ध्यान अपनी ताकत और कौशल को हर खेल में लागू करने पर केंद्रित है। हम खिताब घर लाने के लिए आश्वस्त हैं।