द्विपक्षीय बैठक में भारत-अमेरिका के बीच रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाने पर फोकस
द्विपक्षीय बातचीत में व्यापक रक्षा और रणनीतिक मुद्दों पर हुई व्यापक चर्चा
द्वितीय विश्व युद्ध के अमेरिकी पैराशूट, वर्दी और हवाई जहाज के हिस्से सौंपे
नई दिल्ली, 10 नवंबर (हि.स.)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को नई दिल्ली में अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ द्विपक्षीय बैठक की। दोनों मंत्रियों ने व्यापक रक्षा और रणनीतिक विषयों पर चर्चा की। बातचीत में रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाने तथा दोनों पक्षों के रक्षा उद्योगों को एक साथ मिल कर सह-विकास और रक्षा प्रणालियों का सह-उत्पादन करने पर विशेष फोकस किया गया।
दोनों देशों के मंत्रियों ने महत्वपूर्ण क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान के साथ रक्षा प्रौद्योगिकी सहयोग को आगे बढ़ाने के उपायों और साधनों पर चर्चा की। उन्होंने भारत-अमेरिका रक्षा औद्योगिक इकोसिस्टम, इंडस-एक्स की प्रगति की समीक्षा की, जिसे इस वर्ष जून में लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य भारत और अमेरिका की सरकारों, व्यवसायों और अकादमिक संस्थानों के बीच रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी तथा रक्षा औद्योगिक सहयोग का विस्तार करना है। अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने बहरीन स्थित मुख्यालय वाली बहुपक्षीय संरचना, संयुक्त समुद्री बलों की पूर्ण सदस्यता बढ़ाने के भारत के निर्णय का स्वागत किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा पीओडब्ल्यू एमआईए अकाउंटिंग एजेंसी मिशन के हिस्से के रूप में असम में बरामद कुछ वस्तुओं को प्रतीकात्मक रूप से अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन को सौंपा। इन वस्तुओं में द्वितीय विश्व युद्ध के समय की अमेरिकी सेनाओं के पैराशूट, वर्दी और हवाई जहाज के हिस्से शामिल हैं। दोनों देशों के मंत्रियों ने बातचीत के अंत में अपनी टीमों के लिए भविष्य के संयुक्त कार्य के लिए एक एजेंडा तैयार किया।