
प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता के कारण दुनिया के देश गुजरात में एफडीआई को उत्सुक: लक्ष्मी मित्तल
वाइब्रेंट गुजरात समिट के 20 वर्ष पूरे होने पर देश के विख्यात उद्यमियों ने व्यक्त किए विचार
अहमदाबाद, 27 सितंबर (हि.स.)। वाइब्रेंट गुजरात समिट के 20 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में साइंस सेंटर में आयोजित समारोह में देश के प्रसिद्ध उद्यमियों ने इसकी सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री को दिया, वहीं राज्य में निवेश के बाद हुए बदलाव को लेकर अपने अनुभव भी साझा किए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में आर्सेलर मित्तल के एक्जीक्यूटिव चेयरमैन लक्ष्मी मित्तल ने कहा कि गुजरात से शुरू हुआ ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट आज सम्पूर्ण देश में होने लगा है। सभी देशों के निवेशक गुजरात में एफडीआई को उत्सुक हैं। यह प्रधानमंत्री मंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता का परिणाम है। जी-20 के सफल आयोजन के कारण भारत का कद विश्व में बढ़ा है।
मित्तल ने कहा कि गुजरात एक अग्रणी औद्योगिक राज्य है। कारण कि यहां विभिन्न क्षेत्र के उद्योग जैसे टेक्सटाइल, फार्मा, ऑटोमोबाइल आदि कार्यरत हैं। इनकी वजह से गुजरात वैश्विक स्तर पर स्पर्धा कर रहा है। मित्तल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात में सभी स्तर पर निवेश को त्वरित मंजूरी मिल रही है। हमारा हजीरा स्टील का प्लांट, जिसका भूमिपूजन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था, उसका विस्तृतीकरण किया जा रहा है। यह प्लांट 2026 तक कार्यरत हो जाएगा।
जेईटीआरओ वाइब्रेंट गुजरात का प्रथम पार्टनर कंट्री था: तकाशी सुजुकी
जेईटीआरओ के साउथ एशिया चीफ डायरेक्टर तकाशी सुजुकी ने कहा कि वर्ष 2009 में जेईटीआरओ वाइब्रेंट गुजरात का प्रथम पार्टनर कंट्री था। यह पार्टनरशिप यह स्पष्ट करता है कि मेक इन इंडिया में जापान का मुख्य योगदान है। उन्होंने अहमदाबाद में प्रोजेक्ट ऑफिस शुरू किया था। आज गुजरात में जापानी कंपनियों के 300 से अधिक कार्यालय हैं। जापान से निवेशकों को आकर्षित करने के लिए हम गुजरात के सभी नए अवसरों से अपने निवेशकों को अवगत कराएंगे। हमें सभी जरूरी सहयोग देने के बदले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के प्रति आभार जताता हूं।
20 वर्ष पूर्व किसी ने नहीं सोचा था कि वैश्विक इवेंट बनेगा: बीके गोयनका
वेलस्पन के चेयरमैन बीके गोयनका ने कहा कि एक सच्चे नेता का सबसे निर्णायक गुण है प्रेरणा देना, जो कि असंभव को संभव में बदल देता है। आज यदि हम 20 वर्ष पीछे मुड़कर देखते हैं तो उस समय किसी ने नहीं विचार किया होगा कि वाइब्रेंट गुजरात एक वैश्विक इवेंट बन जाएगा। प्रधानमंत्री का विजन अन्य लोगों से अलग था। वाइब्रेंट गुजरात समिट अपने पहले संस्करण के बाद महज 10 वर्षों के अंदर देश के अन्य राज्यों के लिए रोल मॉडल बन गया था। गोयनका ने कहा कि इस इवेन्ट से गुजरात के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य में जो परिवर्तन आया है, उसका वे साक्षी हैं। जब यह समिट शुरू हुआ तब मोदी ने उन्हें कहा था कि गोयनका जी कच्छ में जाओ और वहां विस्तार करो। तब मोदी ने उनसे कहा था कि कच्छ में 1 रुपया लगाओगे तो 1 डॉलर मिलेगा। कच्छ में प्लांट स्थापित करने के 9 महीने बाद हमने वहां उत्पादन शुरू किया। आज कच्छ निवेशकों के लिए स्वर्ग बन गया है। आज वैश्विक संस्थाओं के सीईओ वाइब्रेंट गुजरात इवेंट में भाग लेने को उत्सुक हैं। वाइब्रेंट गुजरात समिट की विशेष बात है कि यह महज एमओयू साइन करने का प्लेटफार्म नहीं है, बल्कि सपनों को हकीकत में बदलता है। उन्होंने कहा कि समिट की सफलता के कारण राज्य का ही नहीं बल्कि उनकी कंपनी वेल्स्पन का भी विकास हुआ है।