सूरत : कड़ोदरा चार रास्ता के पास से दो दिन पहले अपहृत बच्चे का शव मिला

बच्चे के पिता ने 15 लाख की फिरौती नही देने पर मासूम की हत्या कर दी गई 

सूरत : कड़ोदरा चार रास्ता के पास से दो दिन पहले अपहृत बच्चे का शव मिला

सूरत में कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाला एक मामला सामने आया है। जिसमें सूरत के कडोदरा चाररास्ता के पास एक अपहृत बच्चे का शव मिला है। पिछले 8 सितंबर को बच्चा ट्यूशन से लौट रहा था उसी समय अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया। बच्चे के पिता से 15 लाख की फिरौती मांगी गई। इसकी सूचना पुलिस को देने के बाद पुलिस ने बच्चे की तलाश की। कामरेज के उंभेल गांव के पास बच्चे का शव मिलने के बाद परिवार के पैरों तले से जमीन खिसक गई है।

सूरत के कडोदरा में एक 12 साल के लड़के का रिक्शा सवार कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया और उसके परिवार से 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी।  परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है और बड़ी रकम न दे पाने के कारण वे फिरौती की रकम नहीं दे सके। अपहरण के दो दिन बाद बच्चे का शव मिला।

ड्राइविंग का व्यवसाय करके परिवार का भरण-पोषण करने वाले सुधीरकुमार दुलनारायण ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और कहा, “मैं अपने बच्चे और पत्नी के साथ कड़ोदरा में रहता हूं। मेरे दो बच्चों में सबसे बड़ा बेटा अमरेंद्र उर्फ ​​शिवम (12 वर्ष 6 माह) श्रीनिवास सोसायटी स्थित विद्याभारती स्कूल में कक्षा 5वीं में पढ़ता है। वह दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक पढ़ने के लिए स्कूल जाता था। जहां से वह शाम 5:30 से 7:30 बजे के बीच कृष्णानगर में रजनीश भाई की ट्यूशन क्लास में जाता था। 8 तारीख को मैं अपनी सुबह की दिनचर्या के अनुसार लगभग 10 बजे घर से सूरत के साईं मार्केट के लिए निकला। शाम करीब आठ बजे जब मैं पूरा दिन मार्केट से काम करके घर लौटने वाला था तो मुझे एक अनजान नंबर से फोन आया। लेकिन किसी कारणवश बातचीत नहीं हो सकी। फिर मैं करीब साढ़े नौ बजे घर आया। इसी बीच मेरी पत्नी ने मुझे बताया कि बेटा अमरेंद्र ट्यूशन क्लास गय. जो अभी तक वापस नहीं आया है। इसी बीच उसी नंबर से दोबारा कॉल आई।

फोन पर दूसरे शख्स ने कहा, 'तुम्हारा लड़का घर पर आया के नहीं' तो मैंने कहा 'नहीं आया',  तो उसी व्यक्ति ने कहा 'आएगा भी नहीं, अगर तुम मुझे 15 लाख रुपए दोगे तो तुम्हारा लड़का घर आ पाएगा या पुलिस के पास गए तो भी तुम्हारा लड़का नहीं आएगा'। यह सुनकर मैं डर गया और अपने बेटे अमरेंद्रन उर्फ ​​शिवम को हमारी सोसायटी और कृष्णानगर इलाके में खोजा, लेकिन मेरा बेटा नहीं मिला। इसलिए जब मैंने अपने मोबाइल फोन से कॉल किया तो सामने वाले का फोन स्विच ऑफ आता रहा। इसलिए मैंने अपनी पत्नी सुनीतादेवी और पडोशी बबीतादेवी, गौरव कुशवाह और धर्मेंद्रसिंह से बात की।

पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के प्रयास किये

जब उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज कराने की बात कही तो मैं और मेरी पत्नी सुनीता देवी और गौरव और मेरा साला थाने आने के लिए निकल पड़े। उसी समय सुबह करीब 10.30 बजे मेरे मोबाइल फोन पर दोबारा फोन आया और मुझे अपने बेटे अमरेंद्र उर्फ ​​शिवम से बात करने के लिए कहा गया और मुझसे कहा गया कि ''सुबह तक पंद्रह लाख की व्यवस्था करना, मैं सुबह बात करूंगा और अगर पुलिस के पास गया तो तेरे बच्चे को मार डालूंगा। मेरे आदमी तेरे पीछे ही लगे है और फोन रख दिया। इसलिए मैंने शिकायत दर्ज कराई कि मेरे बेटे का अपहरण करने वाले आरोपी पंद्रह लाख की फिरौती मांग रहे हैं। बाद में आज बच्चे का शव मिलने के बाद पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास शुरू कर दिया।

दो दिनों तक पुलिस कई तकनीकी-मानवीय स्रोतों से काम कर रही थी

सूरत जिला पुलिस प्रमुख हितेश जोयसर ने कहा कि 8वीं की रात को कडोदरा में 12 साल  के बच्चे का अपहरण हुआ था। जब उसके पिता ने पुलिस से संपर्क किया तो पुलिस की कई टीमें इस बच्चे की तलाश में जुट गईं। इसके बाद शिकायतकर्ता के पास आए फोन कॉल को लेकर तत्काल जांच की गई। जिसमें पुलिस दो दिनों तक कई तकनीकी और मानवीय स्रोतों के साथ काम कर रही थी। जिसमें कि पहली और सर्वोच्च प्राथमिकता बच्चे को ढूंढना था। पुलिस ने उस रात अपहरण में प्रयुक्त रिक्शा भी जब्त कर लिया, उसी दिन आरोपियों की पहचान भी कर ली गई।

एलसीबी, एसओजी, रेंज की टीमें, सभी डीएसपी, जिला पुलिस बल के सभी ने संदिग्धों से पूछताछ के लिए तलाशी अभियान चलाया। फिर आज दोपहर को कामरेज के बाहरी इलाके उंभेल गांव में जंगली झाड़ियों में बच्चे का शव मिला। पुलिस ने सभी आरोपियों की पहचान कर ली है। जिसमें से एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य संदिग्धों से पूछताछ जारी है। सभी आरोपी और ये बच्चा कृष्णानगर की ही सोसायटी में रहते थे। शिकायतकर्ता आरोपीओं को और आरोपी शिकायतकर्ता को पहचानते थे। 

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