सूरत :  पुलिस द्वारा गोद लिए गए थैलेसीमिया पिडित बच्चों के लिए रक्तदान शिविर आयोजित

गृह मंत्री ने कहा-'धोखेबाज व्यापारी को मार्केट में दुकान नहीं मिलेगी'

सूरत :  पुलिस द्वारा गोद लिए गए थैलेसीमिया पिडित बच्चों के लिए रक्तदान शिविर आयोजित

सूरत पुलिस की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। पुलिस द्वारा गोद लिए गए थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। सलाबतपुरा पुलिस, फोस्टा और साकेत ग्रुप की संयुक्त पहल के रूप में आयोजित किया गया था। हर माह एक जोन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है। जिसमें 1 हजार से अधिक संख्या में रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। 

इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि इस तरह की गतिविधियां पुलिस के मानवीय दृष्टिकोण को उजागर करती हैं। कभी सोचा नहीं था कि पुलिस थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए खून जुटाने का जिम्मा उठाएगी। पुलिस मैनुअल में कहीं भी यह नहीं लिखा है कि थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए रक्तदान शिविर का आयोजन करे। 

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यह एक ऐसा कार्य है जो किसी न किसी रूप में समाज की मदद करता है। शहर में 800 थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे हैं। पुलिस ने इन बच्चों के लिए पुल बनने का काम किया है। व्यापारी इस सामाजिक यज्ञ का हिस्सा हैं। कपड़ा व्यापारी अपनी मेहनत से दोगुना काम करते हैं।अब तक 6 ब्लड कैंप लगाए जा चुके हैं। आपका खून थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के चेहरे की उदासी को खुशी में बदल सकता है। जो दर्द है उसे दूर करना हर किसी की जिम्मेदारी है। मैं बहुत पढ़ा-लिखा व्यक्ति नहीं हूं लेकिन हमें जमीन पर उतरकर काम करना चाहिए। सबसे पहले मैंने खुद रक्तदान करने का काम किया है। पुलिस ने कई सामाजिक गतिविधियां शुरू की हैं।

साथ ही उन्होंने कपड़ा बाजार में धोखाधड़ी करने वाले व्यापारियों को आड़े हाथों लिया और कहा कि आने वाले दिनों में डेटा आधारित ऑपरेशन होंगे। ताकि जालसाजों को दुकान किराये पर न दी जा सके। विश्वासघाती बदमाशों को बख्शा नहीं जाएगा। अगर मेरे शहर के व्यापारी को कोई धोखा देता हैं तो ऐसी व्यक्ति को पकड़ना हम सभी की जिम्मेदारी है।' एक भी व्यापारी धखेबाजों का शिकार न होना पड़े, ऐसी व्यवस्था बनानी होगी। आइए एक ऐसा सिस्टम बनाएं ताकि धोखा देने वाले सभी पकड़े जाएं। ऐसा सिस्टम बनाना जरूरी है ताकि धोखा देने वालों को कानून से बचने का रास्ता न मिले। फोस्टा के निर्वाचित सदस्यों को एक साथ आकर यह व्यवस्था करनी चाहिए कि कैसे छोटे-छोटे मुद्दों को सुलझाया जा सके और पुलिस का बोझ कम किया जा सके।

पुलिस को सही तथ्य दें, हम उस पर कार्रवाई करेंगे। बिना कारण बताए आवेदन नहीं किया जाएगा। जिन लोगों को धोखेबाज व्यापारी ने धोखा दिया है, उनके खिलाफ कार्रवाई करना हमारी जिम्मेदारी है। धोखाधड़ी के अपराध को रोकने के लिए मार्केट में डेटा संचालित संचालन किया जाना चाहिए। धोखेबाज व्यापारियों को दुकानें किराये पर नहीं देनी चाहिए। व्यापारियों को इस बात की चिंता करनी चाहिए कि दो से पांच हजार रुपये के लालच में दूसरे व्यापारियों के घर न उजड़ जाएं। कपड़ा बाजार में असामाजिक तत्वों की गतिविधियों को रोकना पुलिस की जिम्मेदारी है। बाजार में कूड़ा बीनने का काम असामाजिक तत्वों को न सौंपा जाए, ऐसी कोई बात सामने आने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। व्यापारी सुन लें कि आने वाले दिनों में इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

 

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