सूरत : वीएनएसजीयू में मेहंदी उद्यमिता सर्टिफिकेट कोर्स का शुभारंभ

पारंपरिक मेहंदी को देश और विदेश में एक अलग पहचान दिलाने का प्रयास : मेहंदी कलाकार निमिषा पारेख

सूरत : वीएनएसजीयू में मेहंदी उद्यमिता सर्टिफिकेट कोर्स का शुभारंभ

वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय (वीएनएसजीयू) के सतत शिक्षा एवं विस्तार कार्य विभाग द्वारा वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय परिसर में पहली बार बेसिक ऑफ मेहंदी एंटरप्रेन्योरशिप क्रेडिट सर्टिफिकेट कोर्स शुरू होने जा रहा है। दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी, में शुरू किए गए सर्टिफिकेट कोर्स में एक और कोर्स जोड़ा गया है। इस कोर्ष का शुभारंभ सूरत के महापौर हेमाली बोघावाला, विधायक संगीता पाटिल, सूरत नगर निगम स्थायी समिति के अध्यक्ष परेश पटेल, वीएनएसजीयू के कुलपति डॉ. किशोरसिंह चावडा, कुलसचिव रमेशदान गढवी की उपस्थिति में हुआ। 

भारतीय संस्कृति में शादी हो या कोई शुभ अवसर महिलाएं अक्सर मेहंदी लगाती हैं। सदियों से चली आ रही यह प्रथा आज भी देखी जा रही है। युवा पीढ़ी और उनके करियर को नए और उज्ज्वल अवसर देने के इरादे से विश्वविद्यालय में उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से छात्रों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान की जा सकती है। यह कोर्स मेहंदी संस्कृति की सह-प्रचारक और प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय मेहंदी कलाकार निमिषा पारेख द्वारा शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य उन लोगों को लाभ पहुंचाना है जो वर्तमान में मेहंदी व्यवसाय से जुड़े हैं या जो उस दिशा में अपना करियर बनाना चाहते हैं।

पाठ्यक्रम 30 छात्रों के एक बैच के साथ शुरू होगा

मेहंदी कलाकार निमिषा पारेख ने कहा कि हमारे पास भारतीय संस्कृति की कई परंपराएं हैं, जो पारंपरिक होते हुए भी आधुनिक युग में लोगों को आकर्षित कर सकती हैं। ऐसे कई मौके होते हैं जो मेहंदी के बिना अधूरे लगते हैं। मेहंदी सजाना स्त्री का एक प्रकार का आभूषण माना जाता है। इस परंपरा को विश्वविद्यालय में सर्टिफिकेट कोर्स के रूप में शामिल किया गया है। ताकि छात्राएं पैर जमाने के इरादे से मेहंदी में निपुणता से सीखें। मेहंदी लगाने के अलग-अलग तरीके हैं जो आज भी हर महिला को आकर्षित करते हैं। कोई भी प्रामाणिक रूप से और बारीकियां सीखकर मेंहदी लगाने की विधि में महारत हासिल कर सकता है। शुरुआती चरण में 30 छात्रों के साथ यह बैच शुरू किया जा रहा है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले दिनों में सूरत समेत देशभर के छात्र इस कोर्स की ओर आकर्षित होंगे और अपनी पकड़ भी बनाएंगे।

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