सूरत : क्या यह बस स्टॉप है या गधे का बाड़ा? पालनपुर इलाके में सिटी बस स्टैंड पर गधे बांधे गए

शहर के कई बस स्टोप बेतरतीब ढंग से बनाए गए है जिससे उनका उपयोग नही हो रहा 

सूरत : क्या यह बस स्टॉप है या गधे का बाड़ा? पालनपुर इलाके में सिटी बस स्टैंड पर गधे बांधे गए

सूरत शहर में ऐसा लगता है कि जन परिवहन विभाग ठीक से काम नहीं कर रहा है। एक तरफ निगम करोड़ों रुपए के घाटे में बीआरटीएस और सिटी बसें चला रहा है। दूसरी ओर जो खर्च हो रहा है उसे भी दर्ज नहीं किया जा रहा है। पूरे शहर में बेतरतीब ढंग से बनाए गए सिटी बस स्टेशनों की हालत बेहद दयनीय है। सूरत के पालनपुर इलाके में सिटी बस स्टैंड पर गधों को बांधा जा रहा है। बस स्टैंड की ऐसी स्थिति दयनीय है। 

सूरत के पालनपुर इलाके से हैरान कर देने वाला नजारा सामने आया है। बस स्टोप का इस्तेमाल यात्रियों को बैठाने के लिए किया जाता है, लेकिन सूरत में स्थिति अलग है। सिटी बस स्टैंड और बीआरटीएस बस स्टैंड का कई जगहों पर दुरुपयोग भी देखा जाता है। जो वीडियो सामने आया है वह पालनपुर इलाके के सिटी बस स्टैंड का है। जहां बस स्टेनड में गधे बांधे जा रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि शहर के बस स्टैंड पर ही भेड़-बकरियां भी बांधी जा रही हैं।

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बेतरतीब ढंग से बनाए गए बस अड्डों का दुरुपयोग

शहर के भीतर सिटी बसों और बीआरटीएस बस स्टैंडों का उपयोग कई लोगों द्वारा बसेरा के रूप में किया जाता है, कई लोग अपने विज्ञापन लगाने या यहां तक ​​कि अन्य स्टोर स्थापित करने के लिए भी करते हैं। लेकिन उससे भी बड़ी बात यह है कि अगर लाखों रुपये की लागत से बने बस स्टैंड का इस्तेमाल गधों को बांधने और मवेशियों को बांधने के लिए किया जा रहा है तो यह वाकई बेहद निंदनीय है। बस स्टैंड बिना सर्वेक्षण के बनाए गए हैं जैसे कि ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए। 

इस बारे में जब सिटी बस के संयोजक मेहुल पटेल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कुछ तस्वीरें हमारे संज्ञान में आई हैं। जिसमें शहर के बस स्टैंड का गलत उपयोग किया जा रहा है। उस जोन के संबंधित अधिकारी को मामले की जानकारी दे दी गई है और वे इसकी जांच करेंगे कि बस स्टेन्ड पर गधे और मवेशिया किसने बांधे है।

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