सूरत  : नगर निगम का कतारगाम जोन कार्यालय  'सौर ग्राम' की थीम पर विकसित होगा 

दिसंबर-2023 तक 'नेट एनर्जी जीरो बिल्डिंग' बन जायेगी

सौर ऊर्जा से बिजली राहत पाने वाला प्रदेश का पहला नगर निगम बनने का रिकोर्ड बनेगा

सूरत नगर निगम के खजाने पर बोझ को कम करने के लिए सौर ऊर्जा संयंत्रों के माध्यम से ऊर्जा पैदा करने में राज्य भर में अग्रणी रहा है, वहीं 13 मेगावाट अधिक सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के कार्य आदेश की भी घोषणा की गई है। इसके साथ ही सूरत नगर निगम के कटारगाम जोन कार्यालय को दिसंबर-2023 तक देश के पहले 'सोलर विलेज' मोढेरा की तरह 'नेट एनर्जी जीरो बिल्डिंग' के रूप में विकसित करने की रणनीति भी तय की गई है।

लाइट एंड फायर कमेटी के अध्यक्ष किशोर मियानी ने कहा कि सूरत नगरपालिका सौर ऊर्जा संयंत्र से उत्पन्न ऊर्जा से विभिन्न परियोजनाओं और संयंत्रों में एसी का उपयोग कर रही है। नगर निगम द्वारा विभिन्न 6 स्थानों पर 38.7 मेगा वाट पवन ऊर्जा का संचालन किया जा रहा है। जिससे नगर निगम अब तक बिजली बिलों में 305 करोड़ रुपए की बचत कर सकी है। जनवरी-2013 में नगर पालिका ने सायन्स सेन्टर में 100 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र से ऊर्जा बचत की शुरुआत की। सूरत गुजरात विद्युत नियामक आयोग के टैरिफ आदेश के अनुसार ग्रिड से जुड़े सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने वाला राज्य का पहला नगरपालिका बन गया।

सौर आधारित बिजली उत्पादन क्षेत्र की सफलता के बाद, हरित ऊर्जा के अधिकतम उपयोग में अग्रणी सूरत नगर निगम ने दिसंबर-2023 से कतारगाम जोन कार्यालय को नेट एनर्जी जीरो बिल्डिंग के रूप में विकसित करने की भी योजना बनाई है। नगर निगम के सूत्रों का कहना है कि चालू वर्ष के बजट में इस संचालन के लिए एक करोड़ के व्यय का प्रावधान भी किया गया था।

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