गुजरात : ताना-रीरी गार्डन में आयोजित हुआ ‘अनंत अनादि वडनगर’ का भव्य स्क्रीनिंग कार्यक्रम

भारत के मथुरा, उज्जैन, पटना और वाराणसी जैसे जीवंत प्राचीन नगरों की श्रेणी में होगी वडनगर की गणना

गुजरात : ताना-रीरी गार्डन में आयोजित हुआ ‘अनंत अनादि वडनगर’ का भव्य स्क्रीनिंग कार्यक्रम

पर्यटन विभाग ने इस नगर के महत्वपूर्ण इतिहास को उजागर करने का प्रेरणादायी कार्य किया है

केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित प्राचीन शहर वडनगर के ताना-रीरी गार्डन में आयोजित ‘अनंद अनादि वडनगर’ नामक डॉक्यूमेंट्री के भव्य स्क्रीनिंग कार्यक्रम में कहा कि इस पावन भूमि का दर्शन करना मेरे लिए एक तीर्थ यात्रा है। इस नगर का इतिहास 2000 वर्ष से भी अधिक प्राचीन है। इस नगर के महत्व को इसके स्व-दर्शन से जाना जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा से मुझे लगा कि इस नगर का महत्व सचमुच अनूठा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत के मथुरा, उज्जैन, पटना और वाराणसी जैसे जीवंत प्राचीन नगरों की श्रेणी में इस नगर की गणना होगी।

केंद्रीय मंत्री श्री रेड्डी ने आगे कहा कि पर्यटन विभाग ने इस नगर के महत्वपूर्ण इतिहास को उजागर करने का प्रेरणादायी कार्य किया है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दो हजार वर्षों की सात प्राचीन संस्कृतियों के संगम इस नगर की महत्ता को प्रस्तुत करने वाला स्टेट ऑफ आर्ट आर्कियोलॉजिकल एक्सपेरीमेंटल म्यूजियम तथा 16वीं सदी में बलिदान देने वाली ताना-रीरी नामक गायिका बहनों के सम्मान के लिए ताना-रीरी म्यूजियम का निर्माण हो रहा है। 277 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से तैयार होने वाले ये दोनों प्रोजेक्ट वर्ष 2024 तक पूरे हो जाएंगे।

केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री रेड्डी ने कहा कि देश भर में 12 हजार से अधिक म्यूजियम संचालित हैं। अनेक अत्याधुनिक संग्रहालय निर्माणाधीन हैं। प्रधानमंत्री संग्रहालय इसका बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने देश भर में 12 अलग-अलग स्थानों पर आकार ले रहे थीम आधारित म्यूजियम के बारे में बताया, जिसमें वडनगर भी शामिल है।
 
केंद्रीय मंत्री ने राजपीपला में आकार ले रहे अत्याधुनिक म्यूजियम की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वडनगर एक ऐसा विरासत स्थल है जहां प्राचीन नगर संस्कृति, जल प्रबंधन और व्यापार-वाणिज्य जैसे अनेक क्षेत्रों में अनुसंधान के विशाल अवसर शहर के गर्भ में छिपे पड़े हैं।

केंद्रीय मंत्री ने भारत की सांस्कृतिक विरासत के महत्व को प्राथमिकता देते हुए रामायण, श्री कृष्ण, जगन्नाथ और बौद्ध सर्किट जैसी पर्यटन विविधता को प्रस्तुत कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नौ वर्षों के शासनकाल के दौरान भारत की सर्वांगीण विकास गाथा का वर्णन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने दुनिया भर में अद्वितीय प्रतिष्ठा हासिल की है। उन्होंने उपस्थित नागरिकों से ‘राष्ट्र सर्वोपरि’ की भावना के साथ राष्ट्र के विकास में योगदान देने का आह्वान किया।

गुजरात के पर्यटन मंत्री मुळूभाई बेरा ने कहा कि भारत का इतिहास बेहद रोचक और जानने लायक है। इतिहास में सात नामों से जाने जाने वाले वडनगर में 360 बावड़ियां और 360 मंदिर आदि थे। यह नगर बौद्ध धर्म के केंद्र के रूप में भी पहचाना जाता है। इस नगर का अपना एक अलग ही इतिहास है। यह नगर अनेक बार गिरने के बाद फिर से खड़ा हुआ है, जो इस नगर की पहचान है। उन्होंने कहा कि स्कंद पुराण के अलावा अबुल फजल ने भी आइने अकबरी में वडनगर का प्राचीन नगर के रूप में उल्लेख किया था। आज वडनगर देखने लायक और एक पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित हुआ है।

‘अनंत अनादि वडनगर’ डॉक्यूमेंट्री के स्क्रीनिंग कार्यक्रम में  मनोज मुंतशिर शुक्ला ने कहा कि भारत वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा में मानने वाला देश है। इस देश के इतिहास ने भारत को गौरवशाली बनाया है। उन्होंने कहा कि महाभारत काल से ही इस शहर का महत्व रहा है। उन्होंने कहा कि इस नगर को शाश्वत कहा जाता है। इस चमत्कार नगरी में हाटकेश्वर महादेव विराजमान हैं, जो इसका प्रमाण है। उन्होंने कहा कि यह नगरी सात बार नष्ट हुई और फिर से खड़ी हुई है। इस नगरी ने देश को यशस्वी प्रधानमंत्री दिया है।

मेहसाणा जिले की ऐतिहासिक नगरी वडनगर में ताना-रीरी सहित विभिन्न सात स्थलों पर ‘अनंत अनादि वडनगर’ डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग का कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें कीर्ति तोरण, शर्मिष्ठा तालाब, हाटकेश्वर महादेव मंदिर, प्रेरणा स्कूल, बी.एन. हाईस्कूल, अमरथोळ दरवाजा और वडबारा परा क्षेत्र शामिल हैं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।

अनंत अनादि वडनगर कार्यक्रम में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, मेहसाणा की सांसद श्रीमती शारदाबेन पटेल, राज्यसभा सांसद जुगलजी ठाकोर, सामाजिक अग्रणी सोमभाई मोदी, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रहलादभाई परमार, विधायक सर्वश्री करशनभाई सोलंकी, मुकेशभाई पटेल, सुखाजी ठाकोर, सरदारभाई चौधरी, के.के. पटेल, गुजरात साहित्य अकादमी के चेयरमैन भाग्येश झा, प्रदेश अग्रणी रत्नाकर, जिला अग्रणी गिरीशभाई राजगोर, जिला कलक्टर एम. नागराजन, गुजरात पर्यटन निगम के मेनेजिंग डायरेक्टर सौरभ पारधी, खेल विभाग के केएस वसावा, युवक सेवा विभाग के डीएम प्रजापति, निवासी अतिरिक्त कलक्टर इंद्रजीतसिंह वाळा, वडनगर के प्रबुद्ध नागरिक, जिले के पदाधिकारी और अधिकारी सहित साहित्य एवं इतिहास प्रेमी उपस्थित रहे। 

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