जम्मू-कश्मीर में पर्यटन भारत के बहु-धार्मिक और बहु-सांस्कृतिक लोकाचार का प्रतिबिंबः उपराज्यपाल

जी 20 पर्यटन कार्य समूह की बैठक का उद्घाटन सत्र

जम्मू-कश्मीर में पर्यटन भारत के बहु-धार्मिक और बहु-सांस्कृतिक लोकाचार का प्रतिबिंबः उपराज्यपाल

श्रीनगर, 23 मई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जी 20 पर्यटन कार्य समूह की बैठक के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन भारत के बहु-धार्मिक और बहु-सांस्कृतिक लोकाचार का प्रतिबिंब है। आज जम्मू कश्मीर भारत के विकसित क्षेत्रों में खड़ा है और हम आर्थिक व सामाजिक दोनों तरह से लोगों की समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री मोदी का दूरदर्शी नेतृत्व अन्याय, शोषण और भेदभाव को समाप्त कर सभी नागरिकों के लिए सामाजिक समानता और समान आर्थिक अवसर सुनिश्चित कर रहा है जो उन्हें राष्ट्र निर्माण में योगदान देने में भी सक्षम बना रहा है। पिछले 4 वर्षों में सतत विकास लक्ष्यों के विभिन्न मापदंडों पर जम्मू कश्मीर की रैंकिंग बढ़ी है। दुनिया देख रही है कि पूरा समाज, खासकर युवा पीढ़ी अपने और देश के लिए एक उज्ज्वल भविष्य की पटकथा लिख रही है।

उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू कश्मीर हमेशा से ज्ञान, समावेशी संस्कृति और लुभावने परिदृश्य का केंद्र रहा है जो यात्रियों के लिए दिव्य है। प्रसिद्ध कवि अमीर खुसरो ने 13वीं शताब्दी में जम्मू कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता का वर्णन करते हुए कहा था- गर फिरदौस बर-रू-ए-ज़मीं अस्त, हमीं अस्त ओ, हमीं अस्त ओ, हमीं अस्त- अगर धरती पर स्वर्ग है, यह है, यह है, यह है। इसलिए, यह आश्चर्य की बात नहीं है कि आधुनिक दिनों में सबसे पुराने यात्रा गाइड बुक प्रकाशकों में से एक लोनली प्लैनेट ने जम्मू कश्मीर को भारत का स्विट्जरलैंड कहना चुना।

उन्होंने कहा कि लगभग 30 वर्षों तक लगभग सभी धार्मिक संप्रदायों के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की इस भूमि को हमारे पड़ोसी देश द्वारा राज्य प्रायोजित आतंकवाद का शिकार होना पड़ा। हालाँकि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनता को सशक्त बनाने वाली विकास योजनाओं और केंद्र शासित प्रदेश के प्रभावी प्रशासन के माध्यम से सीमा पार से समर्थन के साथ फलने-फूलने वाले आतंकी इको-सिस्टम को अलग कर दिया। जम्मू कश्मीर एक नए युग का गवाह बन रहा है जिसने विकास और शांति की असीम संभावनाएं खोली हैं। अब विदेशी निवेश भी जम्मू-कश्मीर में आ रहे हैं, लोग बेहतर समय को देख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जमीनी लोकतंत्र मजबूत हुआ है, नए उद्योग आ रहे हैं, कृषि का तेजी से विकास हमारे गांवों को समृद्ध बना रहा है, उच्च शिक्षा में नए संस्थान खुल गए हैं, युवाओं को उद्योग 4.0 प्रौद्योगिकियों के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है, बुनियादी ढांचे का विकास तेजी से हो रहा है, डिजिटल समाज और प्रौद्योगिकी पर हमारा जोर जम्मू कश्मीर को एक राज्य में बदल रहा है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को क्रियान्वित करने की हमारी गति लगभग 10 गुना बढ़ गई है। वर्ष 2018 में केवल 9229 प्रोजेक्ट पूरे हुए थे, पिछले वित्तीय वर्ष में हमने 92,560 प्रोजेक्ट पूरे किए हैं। यह उपलब्धि शांति और समृद्धि के हमारे संकल्प और हमारे सभी नागरिकों को विकास की इस यात्रा में समान भागीदार बनाने का प्रमाण है।

उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह साझा करना उत्साहजनक है कि जम्मू और कश्मीर पहले से ही जी 20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप द्वारा पहचाने गए प्राथमिकता वाले कुछ क्षेत्रों पर काम कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में हमने यह सुनिश्चित किया है कि पर्यटन क्षेत्र में परिवर्तन यात्रियों की जरूरतों, उद्योग हितधारकों के हितों पर केंद्रित हो, रोजगार के अवसर पैदा करे और पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा दे।

उपराज्यपाल ने कहा कि पिछले साल रिकॉर्ड 18 मिलियन पर्यटकों ने जम्मू कश्मीर का दौरा किया और पिछले साल पर्यटन क्षेत्र ने जम्मू कश्मीर के सकल घरेलू उत्पाद में 7 प्रतिशत का योगदान दिया। हमने हरित पर्यटन, छोटे और मध्यम उद्यमों, युवा और महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए 300 नए स्थलों की पहचान की है और स्थायी पर्यटन का समर्थन करने के लिए स्थानीय समुदायों को शामिल किया है। यह हिमालयी क्षेत्र 55 प्रतिशत हरित और वन आवरण के लिए धन्य है और पिछले साल ही हमने हरित पर्यटन को नए सिरे से बढ़ावा देने और घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नए गेटवे और शानदार इको-डेस्टिनेशन प्रदान करने के लिए 16 मिलियन पेड़ लगाए हैं।

उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में पर्यटन क्षेत्र को हमारी औद्योगिक नीति के अनुसार उद्योग का दर्जा दिया गया है और सभी वित्तीय प्रोत्साहन दिए गए हैं। 1980 के दशक के अंत तक जम्मू कश्मीर बॉलीवुड फिल्म उद्योग के लिए पसंदीदा स्थान हुआ करता था। लगभग 4 दशकों के लंबे ठहराव के बाद हमने बॉलीवुड के साथ संबंधों को पुनर्जीवित किया है और फिल्म क्षेत्र में अधिक निवेश आकर्षित करने और जम्मू कश्मीर को सबसे लोकप्रिय फिल्म शूटिंग स्थल बनाने के लिए 2021 में एक फिल्म नीति शुरू की है। पिछले साल ही इस क्षेत्र में 300 से अधिक फिल्मों की शूटिंग हुई और इस तरह का उत्साह लोगों के जीवन में गुणात्मक परिवर्तन ला रहा है।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि यात्रियों के लिए, जो आकर्षक और मनमोहक गांवों की खोज करना चाहते हैं उनके लिए हम होम स्टे की सुविधा लेकर आए हैं। डिजिटल उपकरणों की शक्ति का उपयोग करके इसका प्रचार और विपणन किया जा रहा है। हम वुलर झील के किनारे देश का पहला बुक विलेज विकसित कर रहे हैं और प्रकृति की शांति पसंद करने वाले पर्यटकों के लिए लंबी पैदल यात्रा के कई रास्ते बना रहे हैं। हमारा उद्देश्य ग्रामीण इलाकों और लोकप्रिय स्थलों को अधिक टिकाऊ बनाना और आकर्षक विरासत स्थलों की सुंदरता को संरक्षित करना है। मुझे विश्वास है कि जम्मू कश्मीर जल्द ही दुनिया के शीर्ष 50 गंतव्यों में अपनी जगह बना लेगा और यह वैश्विक यात्रियों की यात्रा बकेट सूची में होगा।