राजस्थान में 2731 स्टार्टअप्स ने बनाई अपनी पहचान

दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम वाला देश बना भारत, 8.93 लाख नए रोजगार हुए सृजित

राजस्थान में 2731 स्टार्टअप्स ने बनाई अपनी पहचान

जयपुर, 19 मई (हि.स.)। भारत सरकार की सकारात्मक नीतियों का नतीजा है कि देश में आज स्टार्टअप्स की संख्या लगातार न केवल तेजी से बढ़ रही है बल्कि नौजवानों के एक बड़े वर्ग को इसमें नई राह दिख रही है। देश में स्टार्टअप्स का विकास दुनिया के सामने भारत की एक नई तस्वीर पेश कर रहा है। यही कारण है कि भारत आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम वाला देश बन गया है। विकास की इसी राह पर चलते हुए राजस्थान में 2731 स्टार्टअप्स अपनी नयी पहचान बनाने में कामयाब हुए हैं।

भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए 15 अगस्त, 2015 को स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की। इसके माध्यम से प्रधानमंत्री का लक्ष्य, बदलते दौर में भारतीयों की उद्यम क्षमता को पहचानना था। भारत सरकार ने सिर्फ पांच माह के भीतर अपने इन इरादों को अमलीजामा पहनते हुए 16 जनवरी, 2016 को देश में नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की मंशा से 'स्टार्टअप इंडिया' कार्यक्रम की शुरुआत की।

लोकसभा में प्रस्तुत एक अतारांकित प्रश्न के जवाब में बताया गया कि भारत में स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत से अबतक स्टार्टअप इकाइयों की संख्या में 225 गुणा बढ़ोतरी हुई है। देश में 2016 में मात्र 442 स्टार्टअप थे। अब इनकी संख्या बढ़ कर 99,371 (14 मई, 2023 तक) हो गयी है। वर्तमान में देश के हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में कम से कम एक स्टार्टअप संचालित हो रहा है। यही नहीं, भारत में 100 से अधिक यूनिकॉर्न भी संचालित हो रहे हैं। इनमें से 23 यूनिकॉर्न तो साल 2022 में प्रारम्भ हुए।

अगर राजस्थान की बात की जाए तो 2016 में जहां 13 स्टार्टअप्स थे और हर साल इनकी संख्या में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। 2017 में 137 नए स्टार्टअप शुरू हुए। कोरोना काल में भी स्टार्टअप्स की गति नहीं थमी और 2020 में 493 एवं 2021 में 619 नए स्टार्टअप्स ने प्रदेश में अपना कार्य शुरू किया। नवम्बर 2022 तक राजस्थान में 879 नए स्टार्टअप्स ने अपनी शुरुआत की।

वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के आर्थिक विकास के लिए जिस दृष्टिकोण की नींव रखी थी, उसने भारत के स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को ऊंचाइयों पर ले जाने और बड़े पैमाने पर रोजगार के नए अवसर पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। देश में स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत से (दिसंबर 2022 तक) 8.93 लाख नौकरियां सृजित हुई हैं।

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