पाकिस्तानी अखबारों सेः एनएससी की बैठक को प्रमुखता, दंगाइयों पर चलेगा आर्मी एक्ट का मुकदमा

फिर गिरफ्तारी के डर से चलती गाड़ी से फवाद चौधरी के उतरने की खबर भी छाई

नई दिल्ली, 17 मई (हि.स.)। पाकिस्तान से बुधवार को प्रकाशित ज्यादातर अखबारों ने नेशनल सेक्योरिटी कमेटी की बैठक को अपना लीड समाचार बनाया है। इसमें कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। बैठक में 9 मई की हिंसा में शामिल दंगाइयों के खिलाफ सैन्य अदालतों में मुकदमा चलाने की मंजूरी दी गई है। बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा है कि 9 मई की घटना योजनाबद्ध थी और यह आतंकवाद के दायरे में आती है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा और किसी के बच निकलने का सवाल ही नहीं पैदा होता है। बैठक में निजी स्वार्थ और राजनीतिक फायदे के लिए जलाव-घेराव और सेना की संपत्तियों पर हमलों की कड़ी निंदा की गई है। बैठक में कहा गया है कि राजनीतिक विरोध को लोकतांत्रिक मूल्यों के मुताबिक बातचीत से हल किया जाए। 9 मई को राष्ट्रीय स्तर पर काला दिवस करार दिया गया है।

आर्मी चीफ के जरिए प्रधानमंत्री से बंद कमरे में मुलाकात की भी खबरें हैं। अखबारों ने पूर्व सूचना प्रसारण मंत्री फव्वाद चौधरी के जरिए दोबारा गिरफ्तारी की डर से चलती गाड़ी से उतरकर भागने की खबरें दी हैं। फव्वाद चौधरी ने अपने एक बयान में 9 मई की घटना को शर्मनाक करार देते हुए कहा है कि फौज है तो पाकिस्तान है और पाकिस्तान है तो हम सब हैं।

इसके साथ ही अखबारों ने गृह मंत्री राना सनाउल्ला का एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि सभी सबूत सामने आ चुके हैं। 9 मई के हमलावरों ने ज़मां पार्क में प्रशिक्षण प्राप्त किया था। कुछ अखबारों ने पीटीआई चेयरमैन इमरान खान का एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि 2 हफ्तों में हालात ठीक हो जाएंगे। पाकिस्तान चंगेज खान जैसी स्थिति से गुजर रहा है। कॉल दूं, तो जनता को शांतिपूर्वक तरीके से घरों से निकलना है।

नेशनल असेंबली में पार्लियामेंट की अवमानना बिल सर्वसम्मति से पारित होने की खबरें देते हुए अखबारों ने बताया कि इसमें 6 महीने की कैद और 10 लाख रुपये के जुर्माने का प्रावधान रखा गया है। इसके अलावा अखबारों ने सऊदी अरब के उप गृह मंत्री के दो दिवसीय पाकिस्तान दौरे पर आने की खबरें दी हैं। डॉ. नासिर बिन अब्दुल अजीज अल दाऊद रोड-टू-मक्का प्रोजेक्ट पर हस्ताक्षर करने के लिए पाकिस्तान पहुंचे हैं।

अंतरराष्ट्रीय खबरों में अमेरिका में चर्च पर हमले की खबर को महत्व दिया गया है। इसमें पादरी समेत 3 लोग मारे गए और 6 लोग जख्मी हुए हैं। सरहद इस पार से जम्मू-कश्मीर के बारामुला में तलाशी अभियान के दौरान एक महिला के मारे जाने की खबरें हैं। ये सभी खबरें रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा दुनिया, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा जंग और रोजनामा औसाफ आदि ने अपने पहले पन्ने पर प्रकाशित की हैं।

रोजनामा जंग ने संयुक्त राष्ट्र महासंघ के विशेष दूत द्वारा कश्मीर मामले को लेकर मोदी सरकार की निंदा किए जाने खबर प्रकाशित की है। उनका कहना है कि जम्मू-कश्मीर की स्थिति चिंताजनक है। मोदी सरकार दुनिया को गुमराह करने के लिए श्रीनगर में जी-20 सम्मेलन आयोजित कर रही है। जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों के हनन के मामलों में वृद्धि हुई है। जम्मू-कश्मीर में गैर कश्मीरियों को बड़ी तादाद में लाकर बसाया जा रहा है और वहां की आबादी को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है।

रोजनामा एक्सप्रेस ने भारत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के जरिए अपने एक साथी के रिटायरमेंट समारोह में पाकिस्तानी शायर का शेर पढ़े जाने की खबर दी है। अखबार ने लिखा है कि भारतीय मीडिया में इसकी काफी चर्चा है। जस्टिस एमआर शाह के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने पाकिस्तानी शायर उबैदुल्ला की शायरी के कुछ अंश पढ़े हैं। उन्होंने कहा ‘‘आंख से दूर सही दिल से कहां जाएगा, जाने वाले तू हमें याद बहुत आएगा।’’


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