युवाओं के हक और व्यवस्था में विश्वास लौटाने के लिए है जन संघर्ष पदयात्रा : पायलट

राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री पायलट की जन संघर्ष पदयात्रा अजमेर से शुरू

युवाओं के हक और व्यवस्था में विश्वास लौटाने के लिए है जन संघर्ष पदयात्रा : पायलट

अजमेर, 11 मई (हि.स)। भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेता एवं राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने गुरुवार से अजमेर से जन संघर्ष पदयात्रा शुरू कर दी। यह पदयात्रा आगामी पांच दिनों तक चलेगी। इस दौरान पायलट अपने हजारों समर्थकों के साथ अजमेर से जयपुर तक की 125 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करेंगे।

जयपुर रोड स्थित कांग्रेस नेता महेंद्र सिंह रलावता के निवास से यात्रा शुरू करने से पहले पायलट ने युवाओं को विश्वास में लेते हुए कहा कि यह यात्रा राजस्थान के युवाओं के हक और व्यवस्था में विश्वास लौटाने के लिए है। उन्होंने गहलोत सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज राजस्थान का युवा व्यवस्था पर विश्वास खो चुका है। उन्होंने राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य की भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तारी को लेकर कहा कि प्रदेश का हर व्यक्ति जानना चाहता है कि इसके पीछे किसका हाथ है और किसका चेहरा छिपा है।

पायलट ने कहा कि पेपर लीक होने की घटनाएं मामूली नहीं हो सकतीं। एक बेरोजगार और एक विद्यार्थी के पीछे उसके परिवार के हर व्यक्ति का इम्तहान होता है। लोग किस तरह अपने बच्चों को पढ़ाते हैं। काबिल बनाते हैं और परीक्षा के लिए तैयार करते हैं, लेकिन पेपर लीक जैसी घटनाओं से सभी का सरकार की व्यवस्था पर से ही विश्वास उठ जाता है।

इस मौके पर पायलट ने यह भी संदेश दिया कि आज भी अधिकांश कांग्रेसी उन्हीं के साथ हैं। यात्रा शुरू करने से पहले पायलट ने जयपुर रोड पर आयोजित सभा में कहा कि राजस्थान में हमारी सरकार तभी रिपीट होगी, जब हम जनता से जुड़ेंगे। जनता से कनेक्ट होने के लिए यह पदयात्रा निकाली जा रही है। पायलट ने इस बात पर अफसोस जताया कि गत चुनावों में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हमने जो वादे किए थे, उन्हें सरकार बनने के बाद पूरा नहीं किया।

इसके पहले पायलट जनसंघर्ष यात्रा के लिए ट्रेन से अजमेर पहुंचे। अजमेर स्टेशन पर कार्यकर्ताओं ने पायलट का जोरदार स्वागत किया। पायलट ने कहा कि कार्यकर्ताओं का यह जोश दिखाता है कि वे सत्य के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि मेरी यह यात्रा किसी के विरोध में नहीं है।