
ड्रोन के माध्यम से पहली बार देश में रक्त की थैली की हुई डिलीवरी, आईसीएमआर ने विकसित की तकनीक
इस ड्रोन का उपयोग पूरे भारत में किया जाएगा
नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.)। ड्रोन के जरिए पहली बार भारत में ब्लड बैग यानि रक्त की थैली की डिलीवरी की गई है। बुधवार को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने आईड्रोन पहल के तहत ड्रोन द्वारा रक्त बैग वितरण का परीक्षण सफलतापूर्वक किया। आईसीएमआर, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, ग्रेटर नोएडा और जेपी सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के सहयोगात्मक प्रयासों से देश में पहली बार ऐतिहासिक सफल ट्रायल रन किया गया है। यह ड्रोन जेपी सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान से करीब 35 किलोमीटर तक उड़ा और वापस सुरक्षित कैंपस में लाया गया।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने बताया कि इस आई ड्रोन का उपयोग पहली बार आईसीएमआर द्वारा कोरोना महामारी के दौरान दूर दराज के क्षेत्रों में टीके वितरित करने के लिए किया गया था। अब इससे रक्त और रक्त से संबंधित उत्पादों का परिवहन कर रहे हैं, जिन्हें कम तापमान पर रखा जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि आई ड्रोन से परिवहन किए गए रक्त बैग न केवल तापमान को बनाए रख सकते हैं, बल्कि इन उत्पादों को भी कोई नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि एंबुलेंस के माध्यम से भेजे गए नमूने और ड्रोन के माध्यम से भेजे गए नमूने में कोई अंतर नहीं है, तो इस ड्रोन का उपयोग पूरे भारत में किया जाएगा।