आतंकी कैडरों, हाइब्रिड आतंकियों और ओवरग्राउंड वर्कर्स के परिसरों में एनआईए ने की छापेमारी

आतंकियों द्वारा जम्मू-कश्मीर में हिंसक हमलों को अंजाम देने की योजना थी

श्रीनगर, 09 मई (हि.स.)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में 16 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें साजिश रचने और आतंकियों द्वारा जम्मू-कश्मीर में हिंसक हमलों को अंजाम देने की योजना थी।

एनआईए के प्रवक्ता ने कहा कि तलाशी विभिन्न आतंकी कैडरों, हाइब्रिड आतंकियों और ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के परिसरों में की गई, जो नवगठित आतंकी संगठनों और कई प्रमुख प्रतिबंधित पाक समर्थित आतंकी संगठनों से संबंधित हैं। छापेमारी कश्मीर के अनंतनाग, श्रीनगर, बडगाम, शोपियां, कुलगाम और बारामूला जिलों के साथ-साथ जम्मू के पुंछ, राजौरी और किश्तवाड़ जिलों में हुई।

एनआईए नवगठित आतंकी समूहों की गतिविधियों की जांच कर रही है, जिसमें द रेसिस्टेंस फ्रंट, यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट जम्मू एंड कश्मीर, मुजाहिदीन गजवत-उल-हिंद, जम्मू और कश्मीर स्वतंत्रता सेनानी, कश्मीर टाइगर्स, पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट और अन्य शामिल हैं।

एनआईए ने कहा कि ये संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम), अल-बद्र और अल-कायदा से संबंधित हैं। एनआईए ने कहा कि मंगलवार को कुल 16 स्थानों (कश्मीर घाटी में 12 और जम्मू संभाग में चार) पर मारे गए छापे इन नए आतंकी संगठनों के समर्थन में ओजीडब्ल्यू और कैडरों की गतिविधियों की एनआईए की जांच का हिस्सा थे।

उन्होंने कहा कि ये कैडर और ओजीडब्ल्यू स्टिकी बमों आईईडी, नकदी, ड्रग्स और छोटे हथियारों के संग्रह और वितरण के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में आतंक, हिंसा और तोड़फोड़ से संबंधित गतिविधियों को फैलाने में शामिल पाए गए हैं। जांच में आगे पता चला है कि कश्मीर घाटी में अपने गुर्गों और कैडरों को हथियार, बम, ड्रग्स आदि पहुंचाने के लिए पाकिस्तान स्थित ऑपरेटिव ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे थे।

एनआईए ने इससे पहले दो मई को जम्मू-कश्मीर में 12 स्थानों पर छापेमारी की थी, जिससे आपत्तिजनक सामग्री और डिजिटल उपकरणों को जब्त किया गया था, आतंकी साजिश मामले में इसने 21 जून, 2022 को मामला दर्ज किया था।