मणिपुरः चुराचांदपुर में 3 घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील, सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च किया

सेना और असम राइफल्स ने अब तक कुल 23 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया

मणिपुरः चुराचांदपुर में 3 घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील, सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च किया

इंफाल, 07 मई (हि.स.)। मणिपुर में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना और असम राइफल्स के लगातार प्रयासों के बाद रविवार को चुराचांदपुर में सुबह 7 बजे से 3 घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई। सेना ने इंफाल घाटी के भीतर हवाई निगरानी को बढ़ाने, यूएवी से निगरानी और सेना के हेलीकॉप्टरों को फिर से तैनात किया है।

सेना और असम राइफल्स इस इलाके से नागरिकों को बाहर निकालने, हिंसा को नियंत्रित करने और स्वाभाविक स्थिति बहाल करने के लिए 96 घंटे से लगातार प्रयास कर रही हैं। इसी वजह से क्षेत्र में अब तक हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। इस बीच आज सुबह 7 बजे से 3 घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई और सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च किया है।

मणिपुर में 3 मई को हुई हिंसा के बाद राज्य में अप्रिय और अस्थिर माहौल बना हुआ था। घटना के तुरंत बाद राज्य सरकार ने राज्य पुलिस की मुस्तैदी से स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए, लेकिन पिछले 24 घंटों में सेना ने निगरानी प्रयासों को काफी बढ़ा दिया है। फिलहाल सेना ने इंफाल घाटी के भीतर हवाई निगरानी को बढ़ाने, यूएवी से निगरानी और सेना के हेलीकॉप्टरों को फिर से तैनात किया है। सेना ने आज बताया है कि अब तक कुल 23 हजार लोगों को अस्थिर वाले इलाकों से निकालकर उन्हें ऑपरेटिंग बेस/सैन्य गैरीसन में स्थानांतरित किया गया है।

राज्य में स्थिति सामान्य है, इसके बावजूद अभी भी ऐहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवा बंद है। संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू लागू है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राज्य की स्थिति को सामान्य बनाने के लिए ऑल पार्टी मीटिंग की है। राज्यपाल ने भी लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। इस बीच, मणिपुर सरकार के अनुरोध पर केंद्र सरकार ने आईएएस विनीत जोशी को मणिपुर वापस भेज दिया है।