सूरत में 150 करोड़ की लागत से 18 वीघा में कन्याओं के लिए बनेगा देश का पहला गुरुकुल 

स्वामिनारायण संप्रदाय राजकोट गुरुकुल की शाखा बनेगी

सूरत में 150 करोड़ की लागत से 18 वीघा में कन्याओं के लिए बनेगा देश का पहला गुरुकुल 

75 साल पहले राजकोट में प्रारंभ हुआ प्रथम स्वामिनारायण गुरुकुल

 देश में पहली बार सूरत शहर में कन्याओं के लिए पहला गुरुकुल विद्यालय बनेगा। गुरुकुल का निर्माण शहर के वडोद गांव में 6 लाख वर्गफीट जमीन पर होगा। जिसके निर्माण पर 150 करोड़ रुपए खर्च होंगे। गुरुकुल में एक साथ 2500 बेटियों के पढ़ने, रहने और भोजन की सुविधा उपलब्ध होगी।

कन्या गुरुकुल का संचालन महिलाएं करेंगी। 22 अप्रैल को शाम 5 से शिलान्याय कार्यक्रम वडोद गांव में हुआ। जिसमें राजकोट देवकृष्णदास स्वामी, महंत देवप्रसाददास स्वामी, सूरत के धर्मवल्लभ स्वामी सहित अन्य संत तथा 10 हजार से अधिक हरिभक्त उपस्थित रहें। जाति-धर्म के भेदभाव बिना कोई भी अपनी संतान को प्रवेश दिलवा सकेंगे। सरकार की नई शिक्षा नीति पॉलिसी को ध्यान रखककर कक्षा 6 से 12वीं तक बेटियां पढ़ाई के साथ हॉस्टल में रह सकेंगी। कक्षा 1 से 5वीं तक की बेटियों के लिए आने-जाने की व्यवस्था की जाएगी। 

ट्रस्टी मंडल में शामिल होंगी 200 से अधिक महिलाएं

 कैंपस में पुरुष अभिभावकों को भी प्रवेश नहीं मिलेगा। आचार्य- शिक्षकों, चपरासी, क्लर्क, सफाई कर्मचारी, एडमिन सहित सभी स्टाफ महिलाएं होही। हॉस्टल का संचालन भी महिलाएं करेंगी। प्रार्थना सत्संग, धार्मिक संस्काओं की जिम्मेदारी भी महिलाएं संभालेंगी। 51 लाख दान देकर 30 महिलाएं ट्रस्टी बनी हैं। पांच लाख देकर एक रूम के दाता का लाभ 16 महिलाओं ने लिया है। 200 महिलाओं को ट्रस्टी बनाने का लक्ष्य है। -प्रभु चरण स्वामी, गुरुकुल वेडरोड

75 साल पहले गुरुकुल में राजकोट स्वामिनारायण गुरुकुल का प्रारंभ धर्मजीवन स्वामी ने किया था। आज स्वामिनारायण संप्रदाय वड़ताल के अधीन देश में 175 गुरुकुल का संचालन किया जा रहा है।

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