अगले 25 वर्ष के अमृतकाल में डिग्री नहीं कौशल व सामर्थ्य ही महत्वपूर्ण : धर्मेंन्द्र प्रधान

जी-20 की शिक्षा संबंधी वर्किंग ग्रुप की बैठक से पहले लगी फ्य़ूचर आफ वर्क पर प्रदर्शनी

अगले 25 वर्ष के अमृतकाल में डिग्री नहीं कौशल व सामर्थ्य ही महत्वपूर्ण : धर्मेंन्द्र प्रधान

केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने किया फ्य़ूचर आफ वर्क पर लगी प्रदर्शनी का उदघाटन

भुवनेश्वर, 23 अप्रैल (हि.स.)। भुवनेश्वर के आईएमएमटी परिसर में रविवार को जी-20 की शिक्षा से संबंधित वर्किंग ग्रुप के तीसरी बैठक से पहले फ्यूचर वर्क को लेकर एक प्रदर्शनी का उद्घाटन केन्द्रीय शिक्षा, कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने किया।

इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि पुरातन काल से ओडिशा की परंपरा में कौशल की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है । विश्व में हो रहे परिवर्तनों को ध्यान में रख कर हमारे यहां कौशल विकास किया जाना आवश्यक है। भविष्य के कार्य के लिए हमारे युवाओं को नियुक्तिदाता के रूप में तैयार करने की परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की है । उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक विश्व के युवा वर्ग की संख्या में से 25 प्रतिशत भारत के पास होगी । आगामी 25 वर्षों के अमृतकाल में डिग्री नहीं बल्कि कौशल व सामर्थ्य ही महत्वपूर्ण होंगे । इसलिए आगामी दिनों के कार्य के स्वरुप को ध्यान में रख कर युवाओं को तैयार करना होगा । प्रधान ने आशा व्यक्त की कि इस दिशा में जी-20 शिक्षा वर्किंग ग्रुप की बैठक विशेष रुप से सहायक सिद्ध होगी ।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दूरदृष्टिवाले नेतृत्व में भारत के पास जी-20 की अध्यक्षता है। इसकी थीम के अनुरूप भारत हमेशा विश्वकल्याण की कामना करने वाला देश रहा है । प्रधान ने कहा कि 21वीं शताब्दी ज्ञान आधारित व टेक्नोलाजी का युग होगा । भारत के पास ज्ञान का भंडार के साथ साथ सृजनशील मानव संसाधन तथा सुदृढ बाजार है । इनके माध्यम से भारत इस शताब्दी में व्यापक परिवर्तन का साथी बनेगा ।

प्रधान ने कहा कि हमें स्किल, रिस्किल व अपस्किल करने की आवश्यकता है । कोविन के जरिये टीकाकरण, यूपीआई पेमेंट आदि भारत के अभूतपूर्व डिजिटल क्षमता को प्रदर्शित करता है । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बनी राष्ट्रीय शिक्षा नीति केवल एक दस्तावेज ही नहीं है, बल्कि विश्व कल्याण का रोडमैप है।

उन्होंने जी-20 को लेकर ओडिशा के लोगों की भागीदारी को उत्साहपूर्ण बताया । उन्होंने कहाकि जी-20 से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम में ओडिशा के एक लाख से अधिक युवाओं की सहभागिता प्रशंसनीय है । इस कार्यक्रम में कौशल विकास के क्षेत्र में व्यक्ति विशेष व आईआईटी भुवनेश्वर, एनआईटी राउरकेला, आईआईएम संबलपुर, आईजर, नाइजर समेत विभिन्न विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं शामिल हुए ।