अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी गठित

पुलिस महानिदेशक ने समयवद्ध कार्यवाही के लिए बनाई पर्यवेक्षण टीम

अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी गठित

दोनों टीमों में तेजतर्रार तीन-तीन पुलिस अफसर नियुक्त

प्रयागराज, 17 अप्रैल (हि.स.)। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की जांच के लिए पुलिस आयुक्त प्रयागराज ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। वहीं पुलिस महानिदेशक ने विवेचना की गुणवत्ता और समयवद्ध कार्यवाही के लिए पर्यवेक्षण टीम बनाई है।

पुलिस आयुक्त प्रयागराज रमित शर्मा द्वारा गठित तीन सदस्यीय एसआईटी में अपर पुलिस उपायुक्त अपराध सतीश चंद्र को मुख्य विवेचक और सहायक पुलिस आयुक्त कोतवाली सतेन्द्र प्रसाद तिवारी एवं विवेचना सेल, अपराध शाखा के निरीक्षक ओम प्रकाश को सह-विवेचक बनाया गया है।

वहीं, राजधानी लखनऊ से पुलिस महानिदेशक आरके विश्वकर्मा द्वारा गठित पर्यवेक्षक टीम में भी तीन सदस्यीय शामिल किए गए हैं। इनमें अपर पुलिस महानिदेशक, प्रयागराज जोन को अध्यक्ष बनाया गया है जबकि प्रयागराज के पुलिस आयुक्त और निदेशक, विधि विज्ञान प्रयोगशाला इसके सदस्य बनाए गए हैं।

गौरतलब है कि माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात करीब साढ़े दस बजे उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई जब दोनों भाइयों को प्रयागराज के काल्विन अस्पताल में मेडिकल स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पुलिस लेकर जा रही थी। पुलिस ने इस मामले में तीन हमलावरों को तत्काल मौके पर ही दबोच लिया था।

पुलिस ने इस हाई प्रोफाइल दोहरे हत्या के मामले में पकड़े गये तीनों आरोपितों के नामजद और दो अज्ञात के खिलाफ प्रयागराज के शाहगंज में एफआईआर दर्ज किया है। मामले की विवेचना थानाध्यक्ष शाहगंज कर रहे हैं।

रविवार को दोपहर बाद तीनों आरोपितों लवलेश तिवारी, अरुण कुमार मौर्य और शनि को जिला कोर्ट में पेश किया। अदालत ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा दिया है।

पुलिस आयुक्त प्रयागराज का कहना है कि इस मुकदमे की विवेचनात्मक कार्यवाही में काफी संख्या में गवाहों के कथन, साक्ष्य, अभिलेख आदि का संकलन, विधि विज्ञान प्रयोगशाला से परीक्षण कराने एवं निष्पक्ष व गुणवत्तापरक विवेचना सुनिश्चित करने के लिए यह विवेचना एसआईटी से कराया जाना समीचीन है।