ऑनलाइन बुकिंग से अब सीधे पहुंच सकेंगे महाकाल के गर्भगृह में, मई से नई व्यवस्था लागू

छह स्लॉट में भक्तों को सीधे गर्भगृह में प्रवेश मिलेगा, प्रत्येक स्लॉट में होंगे 50 भक्त

ऑनलाइन बुकिंग से अब सीधे पहुंच सकेंगे महाकाल के गर्भगृह में, मई से नई व्यवस्था लागू

भोपाल, 16 अप्रैल (हि.स.)। मध्य प्रदेश के उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन के लिए देश-दुनिया से आने वाले भक्त अब बहुत निकट से अपने इष्ट के दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए मंदिर प्रशासन व्यवस्थाएं बनाने में जुटा है।

दरअसल, भक्तों की इच्छा बाबा महाकाल के दर्शन नजदीक से ही करने की रहती है। साथ ही उन्हें जल, दूध चढ़ाने और स्पर्श करने की इच्छा लिए भक्त दरबार में पहुंचते हैं। अब तक भस्मारती को छोड़कर ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था से सीधे गर्भगृह में पहुंचने का अवसर भक्तों के पास नहीं था, लेकिन अगले माह मई से भक्त सीधे गर्भगृह में पहुंचकर महाकाल के दर्शन कर पाएंगे। उन्हें जल भी चढ़ा पाएंगे।

महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासक संदीप कुमार सोनी कहते हैं कि फिलहाल इससे जुड़े तकनीकी पक्ष पर कार्य किया जा रहा है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस माह के अंत तक हमारा सॉफ्टवेयर तैयार हो जाएगा और उसके बाद सुबह 6:00 से दोपहर 12:30 बजे तक छह स्लॉट में भक्तों को सीधे गर्भगृह के दर्शन कराना आरंभ होगा।

उन्होंने बताया कि प्रत्येक स्लॉट में 50 भक्तों को ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से गर्भगृह में प्रवेश दिए जाने की व्यवस्था की जा रही है। यदि पूर्व से ऑनलाइन बुकिंग रहेगी, तो उसकी रसीद दिखाने भर से तत्काल उन्हें अंदर गर्भगृह में प्रवेश दिया जाएगा। महाकाल के दर्शन करने का शुल्क 750 से लेकर 1500 तक रखा जा सकता है।

फिलहाल महाकाल परिसर में प्रोटोकॉल कार्यालय पर बने काउंटर से भक्त स्वयं पहुंचकर टिकट लेकर प्रतिदिन सशुल्क गर्भगृह में प्रवेश करते हैं। कई लोग पहले दिन गर्भगृह में प्रवेश नहीं मिलने की स्थिति में दूसरे दिन रुककर दर्शन करते हैं। अभी प्रतिदिन डेढ़ हजार के लगभग भक्त दर्शन कर पाते हैं। अब मई से ऑनलाइन व्यवस्था लागू होने के बाद कहीं से भी बुकिंग करके सीधे उज्जैन आकर भगवान महाकाल के गर्भगृह में प्रवेश करेंगे। उन्हें किसी लाइन में लगने की आवश्यकता नहीं रहेगी।