सूरत : सरसाणा कन्वेशन सेन्टर में कल  'पर्यावरण सम्मेलन' का आयोजन 

विकास के साथ पर्यावरण संरक्षण पर विस्तार से होगी चर्चा 

सूरत : सरसाणा कन्वेशन सेन्टर में कल  'पर्यावरण सम्मेलन' का आयोजन 

चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहयोग से सरसाना के प्लेटिनम हॉल में शनिवार को 'पर्यावरण सम्मेलन'

दक्षिणी गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ( एसजीसीसीआई) नेगुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ  शनिवार 15 अप्रैल, 2023 को सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक सूरत इंटरनेशनल एक्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर, सरसाना के प्लेटिनम हॉल में एक 'पर्यावरण कॉन्क्लेव' का आयोजन किया गया।

 चेंबर के अध्यक्ष हिमांशु बोडावाला ने कहा कि जब दक्षिण गुजरात में रसायनों और दवाओं के विशाल कारखाने या उद्योग स्थापित होते हैं, तो उद्योगों के विकास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं, इस पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। सरकार और उद्योगों को किस तरह इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए और किन बातों का दोनों तरफ से ध्यान रखा जाएगा, इस बारे में भी कारोबारियों को विशेषज्ञों द्वारा गाइड किया जाएगा।

 चैंबर के निर्वाचित अध्यक्ष रमेश वघासिया ने कहा कि केंद्र और गुजरात सरकार न केवल विकास बल्कि सतत विकास की दिशा में आगे बढ़ रही है। विकास और वृद्धि को बढ़ाने, लोगों के जीवन स्तर को टिकाऊ बनाने, रासायनिक कचरे का प्रबंधन करने और प्राकृतिक संसाधनों का व्यवस्थित तरीके से उपयोग करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार एवं उद्योगों द्वारा औद्योगिक विकास एवं पर्यावरण सम्बन्धी समस्याओं को दूर कर विकास प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।

 चैंबर के मानद मंत्री भावेश टेलर ने कहा, गुजरात के वन और पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री मुल‌ुभाई बेरा इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। जबकि गुजरात के वन एवं पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री मुकेश पटेल, वन एवं पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव संजीव कुमार (आईएएस), सूरत के कलेक्टर आयुष ओक (आईएएस), आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक संतोष मुंधा होंगे। मुख्य अतिथि के रूप में कॉन्क्लेव की शोभा बढ़ाएं और उद्योग जगत का मार्गदर्शन करें।

चैंबर के पर्यावरण/प्रदूषण नियंत्रण और अपशिष्ट प्रबंधन और जल उपचार समिति के अध्यक्ष कुन्हाल शाह ने कहा कि सम्मेलन में विशेषज्ञों के रूप में गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव डी.एम. ठाकरे, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक प्रसून गर्गवा, आईआईटी नई दिल्ली के प्रोफेसर मुकेश खरे, पर्यावरण शिक्षा केंद्र के संस्थापक और निदेशक कार्तिकेय साराभाई और नई दिल्ली स्थित नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के पूर्व तकनीकी विशेषज्ञ अजय देशपांडे उपस्थित रहेंगे।

विभिन्न तकनीकी विशेषज्ञों एवं सरकार के शीर्ष अधिकारियों की उपस्थिति के कारण निकट भविष्य में उद्योगों की पर्यावरणीय कार्य योजना की रूपरेखा तैयार की जायेगी। यह कॉन्क्लेव विशेष रूप से पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से निर्णय लिए जाने पर उद्योग के लिए उत्पन्न होने वाले मुद्दों के प्रकार की अग्रिम योजना की तैयारी के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया है।

पर्यावरण सम्मेलन के आयोजन में चैंबर की पर्यावरण/प्रदूषण नियंत्रण और अपशिष्ट प्रबंधन और जल उपचार समितियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस कॉन्क्लेव के आयोजन के लिए आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया को भी समर्थन मिला है।

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