सूरत : कुत्ता काटे तो लापरवाही न बरतें,  हो सकती है मौत!: 

वृद्ध ने लापरवाही बरती और एन्टी रेबीज का टीका नहीं लगवाया था

सूरत : कुत्ता काटे तो लापरवाही न बरतें,  हो सकती है मौत!: 

सूरत में 4 महीने पहले वृद्ध को कुत्ते ने काटा, टीका नहीं लगवाने पर रेबीज हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई

सूरत में कुत्तों का आतंक लगातार बना हुआ है। 4 महीने पहले एक वृद्ध को कुत्ते ने काटा था। हालांकि उन्होंने लापरवाही बरती और रेबीज का टीका नहीं लगवाया, वृद्ध में रेबीज के लक्षण दिखने पर उन्हें सूरत के न्यू सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन अल्प उपचार के दौरान वृद्ध की मौत हो गई।

रेबीज के लक्षणों में पानी और प्रकाश का डर शामिल है

जानकारी के अनुसार सागबारा के भोर अमली गांव निवासी ज्ञानसिंह वसावा (उम्र 62) को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल में रेफर किया गया। ज्ञान सिंह वसावा में पानी और प्रकाश से डर जैसे रेबीज के लक्षण दिखाई दे रहे थे।

इलाज के दौरान मौत हो गई

पिछले दो दिनों से रेबीज के लक्षण मिलने पर उसे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र से आगे के इलाज के लिए सूरत नवी सिविल रेफर कर दिया गया। उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज शुरू किया। हालांकि, अल्प उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

रेबीज होने के बाद इलाज संभव नहीं है

केतन नायक (आरएमओ, सिविल) ने कहा कि ज्ञानसिंह वसावा को चार महीने पहले कुत्ते ने काट लिया था और उन्हें एंटी रेबीज का टीका तक नहीं लगाया गया था। मौत का सही कारण पता नहीं चला क्योंकि पीएम नहीं हुआ, लेकिन जो लक्षण सामने आए वे रेबीज के थे। डॉक्टरों के मुताबिक रेबीज के बाद इलाज संभव नहीं है, इसलिए कुत्ते या किसी अन्य जानवर के काटने पर तुरंत एंटी रेबीज का टीका लगवाना जरूरी है। रेबीज का टीका सभी सरकारी अस्पतालों या स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध है।

प्रतिदिन कुत्तों के काटने के 60 से अधिक मामले 

उन्होंने आगे कहा कि अलग से डॉग बाइट क्लिनिक शुरू किया गया है। 24 घंटे टीकाकरण की व्यवस्था है। हालांकि दोनों पालियों में क्लीनिक चल रहा है। फिलहाल रात में भी वैक्सीन दी जा रही है। सिविल अस्पताल में रोजाना करीब 20 से 22 नए मामले सामने आ रहे हैं। पुराने केसों को मिलाकर 60 केस किए गए हैं। टीकाकरण का कोर्स 5 टीकों का होता है। 

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