सूरत : सरकारी स्कूल के छात्रों में परीक्षा का डर कम करने के लिए  प्री-टेस्ट का आयोजन 

छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ाने का प्रयास

सूरत : सरकारी स्कूल के छात्रों में परीक्षा का डर कम करने के लिए  प्री-टेस्ट का आयोजन 

शिक्षा समिति का नया प्रयोग, कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों के लिए प्री टेस्ट आयोजित

सूरत नगर प्राथमिक शिक्षा समिति के एक स्कूल ने छात्रों में परीक्षा के डर को कम करने के लिए एक अनोखा प्रयोग किया है। शहर के गोडादरा क्षेत्र स्थित  डॉ. अब्दुल कलाम सरकारी स्कूल में छात्रों की आगामी वार्षिक परीक्षा के पूर्व उन्हें खुले मैदान में बैठाकर प्री-टेस्ट का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय द्वारा द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा की संरचना के अनुसार प्रश्नपत्र तैयार किया गया। बच्चों ने खुले वातावरण में स्वतंत्र रूप से परीक्षा दी। स्कूल में कक्षा तीसरी से पांचवीं तक की परीक्षा हो रही है इसलिए स्कूल के मैदान में खुले वातावरण में कक्षा 6 से 8 की परीक्षा आयोजित कर बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने का प्रयास किया गया है।

शिक्षा में चल रहे कॉम्पिटिशन के चलते अभिभावक और छात्र भी परीक्षा को लेकर चिंतित हैं। हाल ही में कुछ छात्रों ने बोर्ड परीक्षा के दौरान आत्महत्या का प्रयास किया। कुछ ऐसी ही स्थिति अब प्राथमिक व अन्य माध्यम की परीक्षाओं के दौरान भी देखने को मिल रही है। कुछ छात्र परीक्षा से बहुत डरते हैं इसलिए वे परीक्षा में नहीं लिख सकते हैं, जबकि वे जानते हैं कि यह कैसे करना है। सूरत नगर प्राथमिक शिक्षा समिति के एक स्कूल द्वारा इस तरह की घटनाओं को रोकने और छात्रों में परीक्षा का डर दूर करने और उनका आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए एक अनूठा प्रयोग किया गया है.

बोर्ड परीक्षाओं के अलावा अन्य परीक्षाओं के डर से भी छात्र आत्महत्या तक कर रहे हैं। नगर प्राथमिक शिक्षा समिति सूरत द्वारा संचालित डॉ. अब्दुल कलाम प्राथमिक विद्यालय क्रमांक-333 के सहायक शिक्षक भावेश सोजित्रा का कहना है कि आजकल प्राथमिक विद्यालय के छात्र भी परीक्षा से डरने लगे हैं। इस डर से छात्रों की मानसिक स्थिति भी बिगड़ सकती है। इसलिए हमारे स्कूल ने छात्रों के बीच डर को दूर करने का फैसला किया है।

हमारे स्कूल ने खुले मैदान में परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है ताकि छात्र अगली परीक्षा से पहले स्वतंत्र रूप से और बिना किसी डर के परीक्षा दे सकें। सुबह 10 बजे तक की तेज धूप भी बच्चों को आवश्यक विटामिन प्रदान कर सकती है। इस लिए खुले मैदान में ही परीक्षा का आयोजन किया गया और इसमें हमें पहले दिन सफलता मिलती दिख रही है।

हमारे स्कूल से प्रश्न पत्र तैयार कर दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा के स्ट्रक्चर के अनुसार छात्रों को दिया गया। छात्रों ने मैदान में बैठकर सप्लीमेंट्री में पेपर लिखने का अभ्यास किया। इस प्रकार की परीक्षा का खर्चा तो आता है लेकिन यह सारा खर्चा स्कूल ने ही वहन किया है ताकि समिति के छात्रों पर बोझ न पड़े। इस प्रकार की परीक्षा छात्रों में परीक्षा के डर को कम करने के साथ उनका आत्मविश्वास बढायेगी। 

Tags: Surat