विश्व : इस देश ने लगाया चैटजीपीटी पर प्रतिबंध, बताया लोगों की निजता के लिए खतरा
चैट जीबीटी एक चैटबॉट है जिसे ओपन एआई (OpenAI) के द्वारा तैयार किया गया है
ओपन एआई OpenAI द्वारा 30 नवंबर को रिलीज हुआ चैट जीपीटी ने इन दिनों लगातार चर्चा में बना हुआ है। केवल एक हफ्ते में, इस चैटजीपीटी ने वह कर दिखाया जो बड़े तकनीकी दिग्गज नहीं कर सके। ChatGPT एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित टूल है, जिसमें कंपनी द्वारा फीड किए गए सभी डेटा हैं। इस AI टूल का इस्तेमाल आज पूरी दुनिया में हो रहा है और लोग इस पर काफी हद तक निर्भर हो गए हैं। हालांकि, दुनियाभर में लोकप्रियता हासिल कर रहा यह चैटबॉट हाल ही में कई देशों में प्रतिबंधित कर दिया गया है।
इटली सरकार ने चैटजीपीटी को कर दिया है प्रतिबंधित
आपको बता दें कि इटली सरकार ने चैटजीपीटी को प्रतिबंधित कर दिया है। सरकार का मानना है कि यह चैटबॉट लोगों की निजी जानकारियां जुटा रहा है जो नियमों के खिलाफ है। इटली के डेटा प्रोटेक्शन अथॉरिटी का मानना है कि ये चैटबॉट सबसे पहले लोगों की निजी जानकारियां कलेक्ट करते हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह लोगों की निजता के लिए खतरा है।
क्या है ये चैटजीपीटी और क्यों हैं ये गूगल के लिए खतरा
चैट जीपीटी का फुल फॉर्म Generative Pre-trained Transformer है। जनरेटिव का मतलब कुछ जनरेट करने वाला या बनाने वाला, ट्रेनेड का मतलब जो पहले से ट्रेन किया गया है। वहीं, ट्रांसफार्मर का मतलब ऐसा मशीन लर्निंग मॉडल जो दिए गए टेक्स्ट को आसानी से समझ लेता है। चैट जीबीटी एक चैटबॉट है जिसे ओपन एआई (OpenAI) के द्वारा तैयार किया गया है। ओपन एआई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में रिसर्च करने वाली एक कंपनी है जिसकी शुरुआत 2015 में एलन मस्क और सैम अल्टमैन ने की थी। चैट जीपीटी का चैटबॉट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर बेस्ड है जो आपके किसी भी सवाल का जवाब आपको गूगल से बेहतर तरीके में समझा सकता है।