गुजरात : राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सीएम भूपेंद्र पटेल ने की उच्च स्तरीय बैठक

स्वास्थ्य व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा की

गुजरात : राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सीएम भूपेंद्र पटेल ने की उच्च स्तरीय बैठक

प्रदेश के सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों में 10 व 11 अप्रैल को होगी मॉकड्रिल : ऋषिकेश पटेल

राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को गांधीनगर में एक उच्च स्तरीय बैठक की। जिसमें कोविड-19 की स्थिति और इसके खिलाफ स्वास्थ्य व्यवस्था की तैयारियों की व्यापक समीक्षा की गई। स्वास्थ्य विभाग ने राज्य भर में टेस्ट-ट्रैक-उपचार के आधार पर कोविड मामलों या संदिग्ध लक्षणों वाले व्यक्तियों के शीघ्र निदान और समय पर उपचार के लिए एक व्यवस्था स्थापित की थी। इस संबंध में बैठक में विस्तृत समीक्षा की गई।

 प्रदेश के सरकारी व निजी अस्पतालों में 10 व 11 अप्रैल को होगी मॉकड्रिल : ऋषिकेश पटेल

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल की मौजूदगी में हुई इस समीक्षा बैठक में बताया गया कि 10 एवं 11 अप्रैल को राज्य के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में मॉकड्रिल होगी। इस मॉकड्रिल के तहत सभी उपकरणों की तैयारी, बेड, ऑक्सीजन प्लांट, वेंटिलेटर, अग्नि सुरक्षा के साथ-साथ दवाइयां, मैनपावर आदि की जांच की जाएगी। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पतालों में दवा आदि की आपूर्ति की भी समीक्षा की। साथ ही आयुर्वेद विभाग द्वारा काढ़े वितरण एवं होम्योपैथिक औषधियों के वितरण की समीक्षा की।

स्वास्थ्य विभाग रोजाना आधार पर कोविड-19 मामलों का विश्लेषण करता है : मनोज अग्रवाल

बैठक में अपर मुख्य सचिव मनोज अग्रवाल ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली की जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने कोविड 19 के बारे में बात करते हुए कहा कि राज्य में शीघ्र निदान और उपचार के परिणामस्वरूप अस्पताल में भर्ती होने की दर 3 प्रतिशत से कम है और मृत्यु दर भी नगण्य है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग रोजाना कोविड-19 के मामलों का विश्लेषण कर बीमारी की रोकथाम के उपाय कर रहा है। इसके अलावा गुजरात में रोजाना प्रति दस लाख पर 268 जांच की जाती है और कोविड-19 पॉजिटिव मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग भी की जाती है।

बैठक में मुख्यमंत्री ने कोविड 19 के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए मार्गदर्शन दिया

बैठक में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि लोगों को बिना घबराए या डरे सावधानी बरतने के लिए कोरोना के प्रति जागरूक करना जरूरी है। साथ ही उम्रदराज व्यक्तियों और रोगियों को सलाह दी गई कि वे भीड़-भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर न जाएँ और मास्क पहनें। साथ ही खाँसने या छींकने पर मुँह पर रूमाल रखने और बार-बार हाथ धोने, सैनिटाइज़र का उपयोग करने और सार्वजनिक स्थलों पर न थूकने जैसी चीजों के बारे में जन जागरूकता की सलाह दी।