पृथ्वी से टकराया बीते 6 वर्षों का सबसे शक्तिशाली सौर तूफान, कोरोनल होल से आया खतरनाक सौर तूफान
भू-चुंबकीय तूफान अपेक्षाओं से अधिक होने से एनओएए ने जी4 स्तर की चेतावनी को किया था अपडेट
नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) ने बताया है कि छह साल के बाद पृथ्वी से एक बेहद खतरनाक और शक्तिशाली तूफान टकराया। NOAA ने इसकी तस्वीरें जारी की हैं और कहा कि पृथ्वी से लगभग छह वर्षों में एक शक्तिशाली सौर तूफान टकराया, जिससे पूरे अमेरिका में अरोरा फैल गया। प्रारंभ में, NOAA ने 23 से 25 मार्च तक मध्यम G2 तूफान और G3 स्थितियों की घोषणा की। हालाँकि, पृथ्वी ने अत्यधिक परिमाण का G4 भू-चुंबकीय तूफान देखा, जिसके कारण NOAA ने अपनी चेतावनी को अद्यतन किया।
Per the @NWSSWPC Geomagnetic storm watch in effect, the #AuroraBorealis was detected during every satellite overpass overnight. Here are 2 vibrant displays acquired 50 minutes apart by #NOAA20 and #Suomi-NPP. https://t.co/N94utqlWWN #NorthernLights pic.twitter.com/cSGkNBmyOV
— UW-Madison CIMSS (@UWCIMSS) March 23, 2023
पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में हो सकती है गड़बड़ी
एनओएए ने स्पष्ट किया है कि इतना शक्तिशाली भू-चुंबकीय तूफान पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में गंभीर गड़बड़ी पैदा करता है। इस गंभीर G4 तूफान में पावर ग्रिड के लिए व्यापक वोल्टेज नियंत्रण मुद्दों, LEO उपग्रहों पर वायुमंडलीय ड्रैग जोखिमों में वृद्धि, और अंतरिक्ष यान संचालन पर संभावित सतह NOAA ने बताया कि ‘जियोमेग्नेटिक तूफान की प्रतिक्रिया में वृद्धि हुई और जी4 का स्तर का तूफान पहली बार 24 मार्च को 12।04 ईडीटी पर पृथ्वी पर पहुंचा।’ लाइव साइंस ने बताया कि यह 20 पृथ्वी से अधिक चौड़े एक कोरोनल होल से आया था, जो 2।1 मिलियन किमी/घंटा से अधिक की गति से सौर हवाओं को उगल रहा था।
रॉकेट लॉन्च में हुई देरी
इस घटना में मिली जानकारी के अनुसार तूफान की अप्रत्याशित गति ने अमेरिका के साथ साथ न्यू मैक्सिको के दक्षिण में भी अरोरा फैला दिया। साथ ही स्पेसफ्लाइट कंपनी रॉकेट लैब की लॉन्च को तय समय में न करके 90 मिनट की देरी से कर पाई। रिपोर्ट में कहा गया कि ‘सीएमई का प्रभाव जारी है और 24 मार्च को 12:04 पूर्वाह्न ईडीटी (24/0404 यूटीसी) पर जी4 (गंभीर) तूफान के स्तर तक जियोमेग्नेटिक प्रतिक्रिया बढ़ गई है। जी3 चेतावनी सुबह 5:00 ईडीटी (24/0900 यूटीसी) तक प्रभावी रहती है। एनओएए के अनुसार एक शक्तिशाली जियोमेग्नेटिक तूफान पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में गंभीर गड़बड़ी का कारण बनता है, कोरोनल मास इजेक्शन (CME) सूर्य के ऊपरी वायुमंडल या कोरोना से आवेशित प्लाज्मा के बड़े निष्कासन से सौर सामग्री उगलता है।