खेल : चार भारतीय मुक्केबाजों ने बनाई महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में जगह, अब स्वर्ण पदक के लिए खेलेंगी

नीतू घनघास, स्वीटी बूरा के साथ निकहत ज़रीन और लवलीना बोरगोहेन ने अपने-अपने भार वर्ग में स्वर्ण पदक मुकाबले के लिए किया क्वालीफाई

खेल : चार भारतीय मुक्केबाजों ने बनाई महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में जगह, अब स्वर्ण पदक के लिए खेलेंगी

भारत में चल रही महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल के लिए चार भारतीय मुक्केबाजों ने क्वालीफाई कर लिया है। इससे भारत को 2006 के बाद पहली बार महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की उम्मीद है। नीतू घनघास, स्वीटी बूरा के साथ निकहत ज़रीन और लवलीना बोरगोहेन ने अपने-अपने भार वर्ग में स्वर्ण पदक मुकाबले के लिए क्वालीफाई किया है।

इनसे करना होगा नीतू घंघस और स्वीटी बूरा को गोल्ड मेडल मुकाबला

आपको बता दें कि नीतू घंघस और स्वीटी बूरा का गोल्ड मेडल मुकाबला खेला जाएगा। नीतू घंघस 48 किग्रा फाइनल में मंगोलिया की दो बार की एशियाई कांस्य पदक विजेता लुत्सईखान से भिड़ेंगी। नीतू ने अपने तीनों मुकाबलों में एकतरफा जीत हासिल की है. वहीं एक मुकाबले नें प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज को इतना जोर से मुक्का मारा कि रेफरी को मैच रोकना पड़ा। जबकि 30 साल की स्वीटी बूरा ने नौ साल बाद महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश किया। 81 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में स्वीटी का सामना 2018 की चीन की विश्व चैम्पियन लीना वांग से होगा।

निखत जरीन के पास इतिहास रचने का मौका

वहीं निखत जरीन लगातार दूसरे वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल की उम्मीद कर रही हैं। वह मैरी कॉम के बाद विश्व चैंपियनशिप में दो बार स्वर्ण जीतने वाली दूसरी मुक्केबाज बन सकती हैं। रविवार को 50 किग्रा भार वर्ग में उनका मुकाबला वियतनाम के थि टैम ग्यून से होगा। जबकि ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहान रविवार को 75 किलोग्राम भार वर्ग में ऑस्ट्रेलिया की कैटलिन पार्कर से भिड़ेंगी।