गुजरात : 'आत्मनिर्भर गुजरात' के निर्माण से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' के आह्वान को साकार करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध 

गुजरात : 'आत्मनिर्भर गुजरात' के निर्माण से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' के आह्वान को साकार करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध 

 मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में सोमवार को हर सप्ताह के प्रथम दिन एमओयू के उपक्रम में कुल 11,800 करोड़ रुपए के प्रस्तावित निवेश के लिए  20  एमओयू संपन्न हुए

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में राज्य सरकार द्वारा अक्टूबर-2022 में घोषित की गयी "द आत्मनिर्भर गुजरात स्कीम्स फॉर असिस्टैंस टु इंडस्ट्रीज़" आत्मनिर्भर गुजरात से आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की इस प्रतिबद्धता में महत्वपूर्ण योगदान देती है। इस योजना के अंतर्गत राज्य में विभिन्न स्थलों पर उद्योग शुरू करने के लिए विभिन्न उद्योगपतियों तथा राज्य सरकार के बीच हर सप्ताह के प्रथम दिवस अर्थात् सोमवार को एमओयू करवाने का नवीन उपक्रम आयोजित किया जाता है। 

गुजरात में 79,375 करोड़ रुपये का कुल प्रस्तावित निवेश आकर्षित हुआ है

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के दिशानिर्देशन में इस उपक्रम के पांच चरण पूरे हो चुके हैं और कुल 56 एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। इसके परिणामस्वरूप गुजरात में 79,375 करोड़ रुपये का कुल प्रस्तावित निवेश आकर्षित हुआ है। इतना ही नहीं, इन उद्योगों के शुरू होने से आने वाले दिनों में करीब 54,730 लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। ‘"द आत्मनिर्भर गुजरात स्कीम्स फॉर असिस्टैंस टु इंडस्ट्रीज को और गति देते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के समक्ष विभिन्न उद्योगपतियों ने सोमवार, 20 मार्च को मात्र एक ही दिन में 20 एमओयू पर हस्ताक्षर किए। 

डुप्लेक्स पेपर-बोर्ड,पर्सनल केयर के लिए स्पेश्यालिस्ट प्रोडक्ट्स आदि क्षेत्रों के उद्योगों में निवेश आएगा

वित्त एवं ऊर्जा मंत्री कनुभाई देसाई एवं उद्योग मंत्री बलवंत सिंह राजपूत की प्रेरक उपस्थिति में हुई इन 20 एमओयू के माध्यम से 11,800 करोड़ रुपए का प्रस्तावित निवेश उत्पन्न होगा तथा लगभग 16,100 संभावित रोजगार सृजित होंगे। इन कई सारी एमओयू के अंतर्गत लिथियम-आयन बैटरी मटेरियल एंड एडवांस फार्मा इंटरमीडीयेट, डेंस सोडा ऐश, फ़ूड प्रोसेसिंग, स्पेश्यालिस्ट केमिकल्स, एपीआई, क्राफ्ट और डुप्लेक्स पेपर-बोर्ड,पर्सनल केयर के लिए स्पेश्यालिस्ट प्रोडक्ट्स आदि क्षेत्रों के उद्योगों में निवेश आएगा।

''आत्मनिर्भर गुजरात स्कीम्स फॉर असिस्टैंस टु इंडस्ट्रीज़'' के तहत राज्य में उद्योग स्थापित करने के लिए एमओयू किए हैं

यह उद्योग 2025 तक दहेज, सायखा, झगडिया, सचिन, सरीगाम और अंकलेश्वर के साथ-साथ द्वारका, धोलका और सादरा-कडी में अपनी उत्पादन इकाइयों के माध्यम से वाणिज्यिक उत्पादन शुरू कर देंगे। जर्मनी, अमेरिका, ब्रिटेन, कुवैत, मलेशिया समेत अन्य देशों ने भी इस ''आत्मनिर्भर गुजरात स्कीम्स फॉर असिस्टैंस टु इंडस्ट्रीज़'' के तहत राज्य में उद्योग स्थापित करने के लिए एमओयू किए हैं।

उद्योगपतियों ने अपनी इकाइयों की ओर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

मुख्यमंत्री की उपस्थिति में उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव कमल दयानी ने राज्य सरकार की ओर से तथा संबंधित उद्योगपतियों ने अपनी इकाइयों की ओर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर मुख्य सचिव राज कुमार, उद्योग आयुक्त राहुल गुप्ता एवं इंडेक्स्ट-बी की एम.डी. सुश्री ममता हीरपरा समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।