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अयोध्या : रामलला की मूर्ति के लिए कर्नाटक से विशाल शिला अयोध्या रवाना, 5 कारीगरों को मिली बड़ी जिम्मेदारी
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता शिला की पूजा के बाद शिला समेत ट्रक में सवार होकर अयोध्या के लिए रवाना
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा अगले साल जनवरी के तीसरे सप्ताह में हो सकती है। पीएम मोदी के हाथों प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। अब अयोध्या में राम जन्मभूमि की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर शुरू हो गई हैं। इस बीच अयोध्या में राम लला की मूर्ति निर्माण के लिए कर्नाटक के करकला से अयोध्या श्री रामजन्मभूमि अयोध्या के लिए एक बहुत बड़ा पत्थर भी भेजा गया है।
पूजा के बाद अयोध्या के लिए रवाना हुई शिला
आपको बता दें कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता शिला की पूजा के बाद ट्रक में सवार होकर अयोध्या के लिए रवाना हुए। इस अवसर पर करकला के विधायक और संस्कृति मंत्री वी सुनील कुमार भी उपस्थित थे। पत्थर को कर्नाटक के करकला क्षेत्र में तुंगभद्रा नदी के तट पर एक छोटी पहाड़ी से चुना गया है।
After five centuries of wait, the bhavya Ram Mandir in #Ayodhya is shaping up again. A black rock known as Krishna Shila from Karkala has been chosen which will be used to carve the murti of Lord Rama. Coincidentally the majestic rock came from the land of Hanuman 💪#JaiShreeRam pic.twitter.com/ny1i9Xj9ac
— P!YU$H S (@SpeaksKshatriya) March 18, 2023
इस शिला से बनी है अनेक प्रसिद्ध मूर्तियाँ
नेल्लिकारू नामक इस पत्थर पर कई प्रसिद्ध मूर्तियाँ उकेरी गई हैं, जो प्रमुख स्थानों पर स्थित हैं। भगवान राम की मूर्ति बनाने के लिए नेपाल के साथ-साथ देश के अलग-अलग हिस्सों से पत्थर लाए जा रहे हैं। मूर्ति बनाने का काम देश के पांच कारीगरों को सौंपा गया है।
पीएम मोदी भगवान रामलला की मूर्ति की स्थापना करेंगे
जानकारी के मुताबिक इस पत्थर से राम लला की दिव्य और भव्य मूर्ति बनाने में जिस भी पत्थर का इस्तेमाल होगा, वही मूर्ति स्थापित की जाएगी। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनवरी 2024 के तीसरे सप्ताह में भगवान रामलला की मूर्ति को उसके मूल स्थान पर मंदिर में स्थापित करेंगे।