स्वतंत्रता के बाद अब तक डेयरी उद्योग ने देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया :  अमित शाह

 स्वतंत्रता के बाद अब तक डेयरी उद्योग ने देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया :  अमित शाह

गांधीनगर में तीन दिवसीय 49वाँ डेयरी उद्योग सम्मेलन आरंभ

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री तथा गांधीनगर लोकसभा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद अमित शाह की उपस्थिति में शनिवार को गांधीनगर में इण्डियन डेयरी एसोसिएशन (IDA) द्वारा आयोजित 49वाँ डेयरी उद्योग सम्मेलन आरंभ हुआ। इस डेयरी कॉन्फ़्रेंस का आयोजन इण्डियन डेयरी एसोसिएशन के उपक्रम से किया गया है तथा देश भर के राज्यों के 2700 से अधिक डेयरी उद्यमी-संगठन इस तीन दिवसीय कॉन्फ़्रेंस में सहभागी हो रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर डेयरी उद्योग, पशुपालन और दूध संग्रह क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्ति विशेषों को लगभग 10 पुरस्कार से सम्मानित किया।

डेयरी उद्योग ने देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया

अमित शाह ने कहा कि दुनिया के लिए डेयरी व्यापार का एक साधन है, परंतु भारत के लिए डेयरी उद्योग ग्रामीण अर्थव्यवस्था, रोज़गार और महिला सशक्तिकरण जैसे बहुद्देश्यीय आयामों की बुनियाद है। उन्होंने कहा कि भारत देश की स्वतंत्रता के बाद अब तक डेयरी उद्योग ने देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने सहकारिता मंत्री के रूप में कृषि व किसानों की समृद्धि के लिए सहकारी डेयरियों द्वारा दिए गए योगदान पर गर्वानुभूति व्यक्त की। श्री शाह ने कहा कि सहकारी डेयरियों ने देश की निर्धन महिलाओं को आत्मनिर्भर व आर्थिक रूप से सक्षम बनाने का कार्य किया है। स्वतंत्रता के बाद पहली बार ‘सहकार से समृद्धि’ ध्येय मंत्र को सिद्ध करने के उद्देश्य से प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पृथक सहकारिता मंत्रालय की स्थापना किए जाने और इस मंत्रालय का दायित्व उन्हें सौंपे जाने पर गौरवपूर्वक आभार की भावना व्यक्त की।

डेयरी क्षेत्र में हुए विकास में आईडीए का बहुत महत्वपूर्ण योगदान

उन्होंने कहा कि डेयरी क्षेत्र में हुए विकास में आईडीए का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। भारत के डेयरी क्षेत्र को विश्व का सर्वाधिक सुदृढ़ डेयरी क्षेत्र बनाने का एक प्रयास इस समिट में हुआ है। डेयरी व पशुपालन क्षेत्र का देश की जीडीपी में 4.5 प्रतिशत योगदान है, तो कृषि जीडीपी में डेयरी क्षेत्र का योगदान 24 प्रतिशत है। समग्र विश्व में कृषि क्षेत्र में डेयरी क्षेत्र का सर्वाधिक योगदान केवल भारत में ही है। अमित शाह ने कहा कि डेयरी उद्योग भारत की सुदृढ़ अर्थ व्यवस्था का हिस्सा है। लगभग 9 करोड़ ग्रामीण परिवार डेयरी के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। पिछले एक दशक में 6.6 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर से डेयरी सेक्टर ने विकास किया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि दुनिया में भारत देश सर्वाधिक दूध प्रसंस्करण करता है। भारत में दूध उत्पादन का 22 प्रतिशत प्रसंस्कृत किया जाता है। जितना दूध प्रसंस्कृत होकर विश्व के बाज़ार में जाता है, किसान की आय उतनी ही आय बढ़ती है।

दूध उत्पादन में आज हम 6 करोड़ लीटर प्रतिदिन से बढ़ कर 58 करोड़ लीटर प्रतिदिन तक पहुँचे हैं

उन्होंने कहा कि दूध उत्पादन में आज हम 6 करोड़ लीटर प्रतिदिन से बढ़ कर 58 करोड़ लीटर प्रतिदिन तक पहुँचे हैं, जो डेयरी सेक्टर की प्रगति है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार डेयरी सेक्टर के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ेगी। डेयरी सेक्टर के 360 डिग्री विकास के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने डेयरी उद्योग की प्रगति के लिए ऑपरेशन फ़्लड तथा श्वेत क्रांति को याद करते हुए कहा कि यदि ये दोनों संस्करण शुरू न हुए होते, तो दूध के मामले में भारत कभी आत्मनिर्भर न बना होता।

अमूल का वर्ष 2020-21 का टर्नओवर 53 हज़ार करोड़ रुपए

अमूल की सफलता के विषय में अमित शाह ने कहा कि अमूल का वर्ष 2020-21 का टर्नओवर 53 हज़ार करोड़ रुपए है। अमूल के साथ 36 लाख परिवार जुड़े हुए हैं। दूध उत्पादन में भारत का हिस्सा 21 प्रतिशत हुआ है। इसमें अमूल, मदर डेयरी, विजय, पराग, नंदिनी सहित कई ब्रैण्ड का योगदान है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के सभी क्षेत्रों को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प किया है। इसमें आज डेयरी सेक्टर मिल्क प्रोसेसिंग के प्रत्येक संसाधन में भी आत्मनिर्भर हो रहा है। उन्होंने भारत को विश्व का सबसे बड़ा दूध उत्पादक बनाने के साथ-साथ दूध प्रसंस्करण संसाधनों के उत्पादन में भी अग्रसर बनाने की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया।