पंजाब में कट्टरपंथी खालिस्थान समर्थक अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर असमंजस

अमृतपाल सिंह से जुड़े गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर 78 हो गई है

पंजाब में कट्टरपंथी खालिस्थान समर्थक अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर असमंजस

चंडीगढ़। कट्टरपंथी सिख उपदेशक और खालिस्तानी हमदर्द अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस की गिरफ्त में आने के शुरुआती समाचारों के बीच समाचार एजेंसी के हवाल से मिले अपडेट के अनुसार वह अभी भी फरार है। हालाँकि उसके सात साथियों को हिरासत में लिया गया है। पता चला है कि 'वारिस पंजाब दे' के नेता अमृतपाल सिंह पुलिस द्वारा पीछा किये जाने के दौरान अपना वाहन बदलकर भागने में सफल रहा। अमृतपाल सिंह से जुड़े गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर 78 हो गई है।

कुछ पुलिस अधिकारियों के हवाले से समाचार एजेंसी आईएएनएस ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि अमृतपाल सिंह के जालंधर जिले के नकोदर तहसील के सरिह गांव के आसपास होने का अनुमान है। घर-घर तलाशी अभियान जारी है, जिसमें केंद्रीय अर्धसैनिक बल भी शामिल हैं।

एहतियात के तौर पर पूरे पंजाब में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने मोगा जिले में पुलिस द्वारा पीछा किए जाने के वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए। संभावित अशांति की आशंका को देखते हुए अमृतसर जिले में उनके पैतृक गांव, जल्लूपुर खैरा के पास अर्धसैनिक बल को तैनात किया गया। 

राज्य के कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर वाहनों की चेकिंग की जा रही है।

30 वर्षीय खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह पर तीन लंबित मामले हैं, जिनमें से दो नफरत फैलाने वाले भाषण देने के मामले में हैं। उसके रूप और पहनावे के कारण उसकी तुलना जरनैल सिंह भिंडरावाले से की जाती रही है।

इससे पहले, 23 फरवरी को, अमृतपाल सिंह के नेतृत्व में सशस्त्र भीड़ एक कथित अपहरण मामले में गिरफ्तार एक सहयोगी की रिहाई की मांग को लेकर अमृतसर के पास पुलिस से भिड़ गई थी। मारपीट में छह अधिकारी घायल हो गए।

जैसा कि इंटरनेट निलंबन जारी है, पंजाब पुलिस निवासियों से शांति बनाए रखने और घबराहट, फर्जी समाचार या अभद्र भाषा फैलाने से बचने का आग्रह किया है।