
अमेरिका : नासा ने जारी की मौत के कगार पर पहुंचे सितारे की तस्वीर
इस फोटो में तारों के बीच धूल और गैस जैसा पदार्थ उड़ता हुआ नजर आ रहा है
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अंतरिक्ष के अद्भुत दृश्यों का गवाह बनने के लिए बहुत से टेलीस्कोप अंतरिक्ष में भेजा है। इन टेलीस्कोप से ली गई कई अद्भुत चीजों की तस्वीरें हमने देखी हैं। अब नासा का ‘द वेब स्पेस टेलीस्कोप’ ने दम तोड़ने कगार पर पहुंचे एक तारे के दुर्लभ पलों को कैद किया है। नासा ने मंगलवार को इसकी तस्वीरें शेयर कीं। इस फोटो में तारों के बीच धूल और गैस जैसा पदार्थ उड़ता हुआ नजर आ रहा है। इस निकट-मृत्यु तारे का नाम WR-124 है। यह तारा सूर्य से लगभग 30 गुना बड़ा है।
2021 के अंत में लॉन्च किया गया था वेब स्पेस टेलीस्कोप
आपको बता दें कि इस परियोजना में शामिल यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के एक वैज्ञानिक मकारेना गार्सिया मारिन ने कहा, "हमने पहले कभी ऐसा कुछ नहीं देखा। यह वाकई बहुत ही आश्चर्यजनक और रोमांचक था। यह वेब स्पेस टेलीस्कोप 2021 के अंत में भेजे गए इस टेलेस्कोप ने इसकी पहली प्रतिक्रिया भेजी है।
There is beauty in transience. 🌸
— NASA Webb Telescope (@NASAWebb) March 14, 2023
Webb’s stunning image of a super bright, massive Wolf-Rayet star calls forth the ephemeral nature of cherry blossoms. The Wolf-Rayet phase is a fleeting stage that only some stars go through, soon before they explode: https://t.co/ZOAmKgtshI pic.twitter.com/fC0tL24iUe
धरती से इतना दूर है ये तारा
वुल्फ-रेएट स्टार द्वारा इस दुर्लभ छवि में सबसे चमकीला, सबसे विशाल और सबसे कॉम्पैक्ट रूप से पहचाने जाने वाला तारा पहली बार नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप द्वारा मई-जून 2022 में देखा गया था। ये दिखाता है कि यह WR-124 अपने शक्तिशाली इन्फ्रारेड उपकरणों के साथ अद्भुत दिखता है। यह तारा धरती से 15,000 प्रकाश वर्ष दूर था। किसी मरते हुए सितारे में होने वाले विस्फोट को सुपरनोवा कहते हैं यानी जब कभी किसी तारे की ऊर्जा यानी ईंधन खत्म हो जाता है तब वो फट जाता है। WR-124 जैसे सितारों में होने वाला सुपरनोवा ब्रह्मांड के प्रारंभिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण समय को समझने में खगोलविदों की मदद करने के लिए एक एनालॉग के रूप में काम करते हैं।