सूरत  : छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं के लिए मददगार रहेंगी ये टिप्स

सूरत  : छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं के लिए मददगार रहेंगी ये टिप्स

जूते और दस्ताने पहनने के बजाय चप्पल पहनें जिससे पैरों को आराम मिलेगा

बोर्ड की परीक्षा कल से शुरू हो रही है। विशेषज्ञों ने छात्रों और अभिभावकों को 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं से पहले विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। विशेषज्ञों ने न केवल छात्रों बल्कि अभिभावकों को भी विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है।

10वीं और 12वीं के छात्र परीक्षा शांति से दे

गुजरात बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी एजुकेशन, गांधीनगर कल 14 मार्च से कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा शुरू कर रहा है। बोर्ड की परीक्षा देने वाले छात्र जब बोर्ड की परीक्षा देने जाते हैं और जब छात्र बोर्ड की परीक्षा देकर लौटते हैं तो कुछ बातें छात्रों और अभिभावकों को ध्यान में रखनी चाहिए। ताकि छात्रों का आत्मविश्वास बढ़े और छात्र शांति से और बिना किसी चिंता के परीक्षा दे सकें।

छात्रों को ये टिप्स मददगार होंगे

  •  छात्र जब परीक्षा देने जाएं तो हो सके तो बिना बूट और ग्लव्स पहने ही जूते या सैंडल पहन लें ताकि पैरों को आराम मिले
  • परीक्षा से एक घंटा पहले परीक्षा की तैयारी बंद कर देनी चाहिए।
  • परीक्षा को लेकर किसी तरह का नकारात्मक विचार न रखें। सकारात्मक रहते हुए परीक्षा को हल्के में लेना चाहिए।
  • अफवाहों पर ध्यान न दें, पेपर टफ है, लॉन्ग जैसी बातों में दिलचस्पी न लें, पेपर किसने निकाला है इन बातों पर ध्यान न दे।
  •  पेपर देने जाते समय रसीद, पेन, पेंसिल, इरेज़र, फुट पट्टी, यदि आवश्यक हो तो कम्पास या पाउच साथ रखें, लेकिन   मोबाइल फोन साथ न रखें। बोतलबंद पानी या नींबू पानी साथ रखें।
  •  हो सके तो परीक्षा केंद्रों पर दोस्तों या अन्य लोगों से बात करने से बचें। बेवजह की चर्चा से कई तरह का डर पैदा होता है।
  • बोर्ड परीक्षा के दौरान बच्चे को जितना हो सके अपने दोस्तों से विषय और तैयारी की चर्चा नहीं करनी चाहिए ।
  • अपनी साल भर की मेहनत पर विश्वास और भरोसा दिखाना चाहिए।
  • परीक्षा के लिए बैठने पर प्रथम भाग की परीक्षा के ओएमआर/उत्तर पत्रक में परीक्षा वाले विषय के सामने विषय का नाम व संख्या गोले में गोला बनाएं। ओएमआर/उत्तर पत्रक को मोड़ें नहीं।
  •  गणित जैसे विषयों में रफ कार्य के लिए प्रश्नपत्र में दिए गए स्थान का उपयोग करना।
  •  पठनीय अक्षरों और शब्दों के बीच आवश्यक स्थान छोड़ना। बिंदुओं को तोड़कर विस्तृत प्रश्न लिखें।
  • एक ही नीली स्याही से लिख रहे हैं। जेल पेन के इस्तेमाल से बचें।
  •  पहचान चिह्न कभी न लिखें। ओएमआर शीट में भगवान या किसी अन्य देवता या किसी धार्मिक चिन्ह का नाम अंकित न करें।
  •  परीक्षा केंद्र के अंदर किसी भी प्रकार के संचार उपकरण/गैजेट जैसे मोबाइल फोन, पेन ड्राइव, स्मार्ट वॉच ले जाना प्रतिबंधित है। इसलिए ऐसे उपकरण घर में रखें।
  • -कुछ महत्वपूर्ण विषयों के शॉर्ट नोट्स बनाते रहें, ताकि परीक्षा से पहले जल्दी पढ़ना संभव हो सके।

माता-पिता को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए

  • अभिभावक इस बात का ध्यान रखें कि उनका बच्चा परीक्षा केंद्र जाते समय रसीद, कंपास या पाउच और जरूरी उपकरण ले गया है या नहीं।
  •  बच्चे को जिस विषय का पेपर हो गया हो, उसके पढ़ने की जगह से किताबें, अन्य साहित्य आदि हटाना।
  •  जिस स्कूल में आपका बच्चा परीक्षा देने जा रहा है उसका फोन नंबर, परीक्षा कंट्रोल रूम का नंबर, पुलिस और फैमिली डॉक्टर का नंबर संभाल कर रखें।
  •  छात्र को कोई नियमित दवा की जरूरत हो तो उसका इंतजाम पहले से कर लें और जब बच्चा परीक्षा देकर घर आए तो पेपर कैसा गया? कितने अंक मिलेंगे, इस बारे में सवाल पूछने से बचें।
  •  विद्यार्थी से हल्की-फुल्की बातचीत कर उसे अगला पेपर देने के लिए प्रोत्साहित करें।
  • माता-पिता को परीक्षा के समय बच्चे के भविष्य की योजनाओं और करियर की योजना के बारे में बच्चे के उच्च अंक प्राप्त करने के बारे में चर्चा करने से बचना चाहिए।
  •  इस बात का ध्यान रखें कि मेहमान घर आएं और बच्चे से परीक्षा के बारे में और सवाल न पूछें।
  • अपने बच्चे को उसकी क्षमता पहचानने में मदद करें और उसके प्रयासों पर विश्वास करें। उनके लिए परीक्षा को सुखद अनुभव बनाने में मदद करना।
  •  परीक्षा के दौरान माता-पिता परीक्षा केंद्र में न तो अंदर आएं और न ही बाहर इकट्ठा हों।
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