एसवीबी संकट के बीच सरकार ने उठाया कदम, स्टार्टअप संस्थापकों के साथ बैठक होगी

एसवीबी संकट के बीच सरकार ने उठाया कदम, स्टार्टअप संस्थापकों के साथ बैठक होगी

स्टार्टअप के संस्थापकों और सीईओ के साथ बैठक करेंगे केन्द्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर, ताकि यह देखा जा सके संकट के समय सरकार उनकी कैसे मदद कर सकती है

अमेरिका में बड़े बैंकों में से एक सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) के पतन के बाद भारतीय स्टार्टअप पर संभावित असर का आकलन करने सरकार सक्रिय हुई है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने रविवार को जानकारी दी है कि वह अगले सप्ताह स्टार्टअप के संस्थापकों और सीईओ के साथ बैठक करेंगे ताकि यह देखा जा सके संकट के समय सरकार उनकी कैसे मदद कर सकती है। सिलिकॉन वैली बैंक स्टार्ट अप में निवेश करने वाले बैंकों में अग्रणी बैंक है। 

सरकार करना चाहती है इन स्टार्ट अप की मदद

चंद्रशेखर ने एक ट्वीट में कहा, "सिलिकॉन वैली बैंक का पतन निश्चित रूप से दुनिया भर में स्टार्टअप्स को बाधित कर रहा है। स्टार्टअप्स नए भारत की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।" मंत्री ने कहा कि वह अगले सप्ताह भारतीय स्टार्टअप्स के महत्वपूर्ण लोगों के साथ बैठक करेंगे ताकि उन पर पड़ने वाले प्रभाव को समझ सकें और ये भी जान सकें कि इस संकट के दौरान नरेंद्र मोदी सरकार उनकी मदद कैसे कर सकती है।"

भारत की लगभग इतनी स्टार्ट अप होंगी इससे प्रभावित

ग्लोबल सॉफ्टवेयर-एज-ए-सर्विस (सास) आधारित मार्केट इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन के हालिया आंकड़ों के अनुसार, एसवीबी का भारत में कम से कम 21 स्टार्टअप में निवेश था, हालांकि इसने इन स्टार्टअप में निवेश की जानकारी का खुलासा नहीं किया।

जानकारी के अनुसार 31 दिसंबर, 2022 तक सिलिकॉन वैली बैंक की कुल संपत्ति करीब 209 अरब डॉलर और कुल जमा करीब 175.4 अरब डॉलर थी। सिलिकॉन वैली बैंक का मुख्य कार्यालय और सभी शाखाएं 13 मार्च को फिर से खुलेंगी और सभी इंश्योर्ड डिपॉजिटर्स के पास सोमवार सुबह तक अपनी इंश्योर्ड डिपॉजिट तक पूरी पहुंच होगी। FDIC के मुताबिक स्टार्टअप केंद्रित-सिलिकॉन वैली बैंक की कैलिफोर्निया और मैसाचुसेट्स में 17 शाखाएं हैं।