गुजरात : अंबाजी में सिर्फ चिक्की का प्रसाद ही चालू रहेगा, जानिए मंत्री ने क्या बताया कारण

गुजरात : अंबाजी में सिर्फ चिक्की का प्रसाद ही चालू रहेगा, जानिए मंत्री ने क्या बताया कारण

ग्यारस, पूनम के समय मोहनथाल नहीं ले सकते लेकिन चिक्की ले सकते हैं

अंबाजी में मोहनथाल प्रसादी को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। आज नौ दिन बीत जाने के बाद भी मोहनथल प्रसाद का मुद्दा खत्म नहीं हुआ। शनिवार को अंबाजी मंदिर में बंद मोहनथल प्रसाद के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किया। सरकार ने लोगों की भावनाओं को नजरअंदाज करते हुए आखिरकार प्रसाद में चिक्की देने का फैसला किया है।

प्रवक्ता मंत्री ने स्पष्ट किया

प्रवक्ता मंत्री ऋषिकेश पटेल ने स्पष्ट किया कि अंबाजी पूरे विश्व के लिए आस्था का प्रतीक है। कोविड के दौरान सवा करोड़ लोगों ने ऑनलाइन दर्शन किए और ऑनलाइन प्रसाद भी मंगवा रहे थे। इस विश्वास के बावजूद कि ग्यारस, पूनम के दौरान मोहनथाल नहीं लिया जा सकता, ऐसी मान्यता होने के बावजूद प्रसाद चालू था। मंदिर द्वारा चिकी प्रसाद चढ़ाया जाता है, जो 3 महीने तक खराब नहीं होता है। मोहनथाल ज्यादा दिन नहीं टिकता।

अंबाजी में चिक्की का प्रसाद परोसा जाएगा

विशेष चिक्की, मावा की चिक्की एक ऐसा प्रसाद है जिसे फलहार में ग्रहण किया जा सकता है। देश विदेश भेज दें तो भी खराब नहीं होगा। जबकि मोहनथाल बिगड़ जाता है। इसलिए चिक्की का प्रसाद मंदिर ने तय किया है। अंबाजी में चिक्की का प्रसाद परोसा जाएगा।