सूरत : सीटमे-2023 प्रदर्शनी ने देश भर से हजारों खरीदारों, व्यापारियों को आकर्षित किया, आज अंतिम दिवस

दो दिनों में 17 हजार से अधिक दर्शकों ने प्रदर्शनी में विभिन्न मशीनरी को देखा

सूरत : सीटमे-2023 प्रदर्शनी ने देश भर से हजारों खरीदारों, व्यापारियों को आकर्षित किया, आज अंतिम दिवस

डिजिटल प्रिंटिंग मशीनरी कारखानों को डिजिटल मिलों में बदलने के उद्देश्य : चैंबर अध्यक्ष हिमांशु बोडावाला

दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और सूरत एम्ब्रायडरी एसोसिएशन की एक संयुक्त पहल पर 04 से 06 मार्च 2023 तक सरसाना स्थित सूरत इंटरनेशनल एक्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में 'सूरत इंटरनेशनल टेक्सटाइल एंड मशीनरी एक्सपो- सीटमे 2023' का आयोजन किया गया। आज सोमवार 6 मार्च 2023 प्रदर्शनी का अंतिम दिन सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुली रहेगी।

चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष हिमांशु बोडावाला ने कहा कि प्रदर्शनी में पहले दिन से ही खरीदारों की भीड़ देखी गई। रविवार को प्रदर्शनी में  खरीददारों और आगन्तुकों की भीड़ जमा हो गयी थी। देश भर से खरीदारों के साथ-साथ व्यापारियों के भारी संख्या में आने पर सरसना स्थित प्रदर्शनी केंद्र का एक लाख हजार वर्ग फीट का विशाल स्थान भी छोटा हो गया। शनिवार को पहले दिन 6868 खरीदारों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। रविवार को दूसरे दिन 10,800 खरीदार प्राप्त हुए इस प्रकार दो दिनों में कुल 17,096 दर्शकों ने प्रदर्शनी में विभिन्न मशीनरी को देखा।

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सीटमें -2023 प्रदर्शनी में उमडी भीड

 

डिजिटल प्रिंटिंग मशीनें, कढ़ाई मशीनें, फ्यूजन मशीनें, कम्प्यूटरीकृत कढ़ाई मशीनें, डाइट फैब्रिक प्रिंटर, टी शर्ट प्रिंटिंग मशीनें, सभी प्रकार की प्रिंटिंग स्याही, परिपत्र बुनाई मशीनें, सुई करघे मशीनें, रोल टू रोल मशीन, परिधान सहायक उपकरण में कढ़ाई धागे, कढ़ाई खरीदार तेल, कढ़ाई नियंत्रण प्रणाली, कढ़ाई डिजाइन सॉफ्टवेयर और परिधान मशीनों और संबंधित सेवाओं के साथ-साथ विभिन्न सामानों को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। 

डिजिटल कारखानों को डिजिटल मिलों में परिवर्तित करने के उद्देश्य से प्रदर्शनी में उच्च गति वाली मशीनरी का प्रदर्शन किया गया है। डिजिटल फैक्ट्रियों की बात करें तो यहां रोजाना पांच से छह हजार मीटर कपड़े पर छपाई होती है। जबकि डिजिटल मिल में प्रतिदिन 50 हजार से 1 लाख मीटर कपड़े पर डिजिटल प्रिंटिंग की जा सकती है। 'पानी नहीं, प्रदूषण नहीं' की अवधारणा के साथ हर घंटे 1300 मीटर कपड़े पर फ़्यूज़िंग मशीन की छपाई प्रदर्शित की जा रही है। यहां सिर्फ इनहाउस फैक्ट्री में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी को प्रदर्शित किया जा रहा है। ये मशीनें अधिकतम उत्पादन देती हैं और बदले में लागत भी घट जाती है। सूरत में लगभग 1000 डिजिटल प्रिंटिंग फैक्ट्रियां हैं, जिन्हें डिजिटल मिलों में बदलने की जरूरत है।

इस प्रदर्शनी में सूरत के अच्छे ब्रांड वाले कपड़ा उद्योगपतियों ने भाग लिया है। उनके प्रत्येक स्टॉल पर ट्विन सीक्वेंस, ट्विन बीड्स, मिक्स मशीन और 4 से 8 सीक्वेंस तक की कढ़ाई मशीनरी की नई किस्में प्रदर्शित की जा रही हैं। जिसमें 1500 आरपीएम की हाई स्पीड वाली मशीनरी शामिल है। इस मशीनरी से कपड़े पर बहुत अच्छी फिनिशिंग की जा सकती है। सूरत में लगभग डेढ़ लाख ऐसी कढ़ाई मशीनरी हैं। 30 लाख रुपये से 70 लाख रुपये तक की यूरोपीय तकनीक वाली मशीनरी का प्रदर्शन किया जा रहा है।

इसके अलावा गोलाकार बुनाई ( सर्क्युलर निटींग) की मशीनरी भी प्रदर्शित की गई है। इस मशीनरी पर तैयार किए गए कपड़ों का इस्तेमाल रेडीमेड गारमेंट्स, साड़ियों, ड्रेस मटेरियल, स्पोर्ट्स वियर के लिए किया जाता है। जिसकी भारत के साथ-साथ विदेशों में भी काफी अच्छी डिमांड है। एक लाख रुपये से लेकर 50 लाख रुपये तक की मशीनरी प्रदर्शित की जा रही है।

इन दो दिनों में सूरत और अहमदाबाद के अलावा देश के विभिन्न शहरों जैसे दिल्ली, तिरुपुर, सेलवास, लुधियाना, अमृतसर, पानीपत, जयपुर, भिवंडी और मालेगांव आदि से खरीदार प्रदर्शनी में आए। इसलिए प्रदर्शकों को सैकड़ों मशीनरी के ऑर्डर मिलेंगे। बेहतर कारोबार से न केवल कढ़ाई करने वालों बल्कि कपड़ा उद्योग के बुनकरों और व्यापारियों को भी फायदा होगा। इस प्रदर्शनी ने प्रदर्शकों और खरीदारों दोनों को अच्छे कारोबार की उम्मीद दी है।